क्या हजारीबाग में भगवान की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया गया?

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क्या हजारीबाग में भगवान की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया गया?

सारांश

हजारीबाग में प्राचीन मंदिर की बजरंग बली की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने की घटना से क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है। पुलिस ने विक्षिप्त व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। जानें इस घटना के बारे में और क्या कहा सांसद ने?

Key Takeaways

  • हजारीबाग में बजरंग बली की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाना गंभीर घटना है।
  • पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक विक्षिप्त व्यक्ति को गिरफ्तार किया।
  • स्थानीय सांसद ने अफवाहों से बचने की अपील की।
  • इससे पहले भी मंदिरों पर हमले की घटनाएं हुई हैं।
  • परिस्थितियों के तनाव को कम करने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है।

हजारीबाग, २ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के हजारीबाग शहर में मीठा तालाब के पास स्थित एक प्राचीन मंदिर में किसी शरारती तत्व ने बजरंग बली की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया है। बुधवार को जब यह घटना सामने आई, तो स्थानीय लोग गुस्से में आ गए।

मंदिर के निकट बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए और विरोध प्रकट करने लगे। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और आक्रोशित लोगों से वार्ता की, साथ ही उन्हें कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया।

इसी दौरान, पुलिस ने बुधवार शाम को एक विक्षिप्त व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिस पर आरोप है कि उसने प्रतिमा को खंडित किया। प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।

हजारीबाग के सांसद मनीष जायसवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा है, 'मीठा तालाब के मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति के क्षति की दुखद घटना से हम सभी दुःखी हैं। पुलिस की त्वरित जांच से यह स्पष्ट हुआ है कि यह कार्य एक विक्षिप्त व्यक्ति द्वारा किया गया था, जिसे गिरफ्तार किया गया है। क्षेत्रवासियों से अपील है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और भ्रामक जानकारी फैलाने से बचें।'

वास्तव में, जब बुधवार सुबह लोग मंदिर में पूजा करने पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि भगवान की प्रतिमा खंडित हो चुकी है। मंदिर के पुजारी ने बताया कि वह मंगलवार शाम ७.३० बजे संध्या आरती के बाद मंदिर का ग्रिल और गेट बंद कर चले गए थे। यह घटना संभवतः मंगलवार की रात को हुई है।

पुजारी के अनुसार, 'पिछले वर्ष भी असामाजिक तत्वों ने मंदिर को निशाना बनाया था। यहां भगवान शिव की प्रतिमा के पास लगे त्रिशूल को नुकसान पहुंचाया गया था और पूजा के बर्तनों की चोरी की गई थी।'

हजारीबाग के पूर्व डिप्टी मेयर और भाजपा नेता आनंद देव ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में इस मंदिर में ऐसी पांचवीं घटना हुई है। लोग इस तरह की घटनाओं से दुखी हैं।

उन्होंने पुलिस-प्रशासन से मांग की कि घटना में शामिल व्यक्तियों का पता लगाकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

हजारीबाग के एसडीओ वैद्यनाथ कामती, एसडीपीओ अमित आनंद, अंचल अधिकारी मयंक भूषण सहित अन्य अधिकारियों ने उत्तेजित लोगों को शांत किया। घटना को देखते हुए शहर के संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस बल की तैनाती की गई है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि धार्मिक स्थलों पर हमले केवल समाज की अस्थिरता को बढ़ाते हैं। क्षेत्रीय प्रशासन को ऐसे मामलों में त्वरित और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि जनता का विश्वास बना रहे। हम सभी को मिलकर ऐसे कृत्यों की निंदा करनी चाहिए और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को बढ़ावा देना चाहिए।
NationPress
21/10/2025

Frequently Asked Questions

हजारीबाग में प्रतिमा क्षति की घटना कब हुई?
यह घटना २ जुलाई को हुई, जब स्थानीय लोगों ने प्रतिमा को क्षतिग्रस्त पाया।
पुलिस ने किसे गिरफ्तार किया?
पुलिस ने एक विक्षिप्त व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिस पर आरोप है कि उसने प्रतिमा को खंडित किया।
क्या प्रशासन ने इलाके में कोई कदम उठाए हैं?
हां, प्रशासन ने इलाके में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात किया है।