क्या हिमांशी टोकस पहली भारतीय जूडोका बनीं जिन्होंने विश्व जूनियर रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल किया?

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क्या हिमांशी टोकस पहली भारतीय जूडोका बनीं जिन्होंने विश्व जूनियर रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल किया?

सारांश

हिमांशी टोकस ने अपने अद्वितीय प्रदर्शन से जूडो की दुनिया में नया इतिहास रच दिया है। वह विश्व जूनियर रैंकिंग में पहले स्थान पर पहुँचने वाली पहली भारतीय जूडोका बनीं। साथ ही, शाहीन राजकभाई दरजादा भी अपने भार वर्ग में चौथे स्थान पर हैं।

Key Takeaways

  • हिमांशी टोकस ने जूडो में शीर्ष स्थान पर पहुँचकर भारत का गौरव बढ़ाया।
  • शाहीन राजकभाई दरजादा भी विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान पर हैं।
  • भारतीय जूडो का प्रदर्शन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सराहा जा रहा है।

मुंबई, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। हिमांशी टोकस ने जूडो की दुनिया में एक नई उपलब्धि हासिल की है। वह जूनियर विश्व रैंकिंग में महिलाओं के 63 किलोग्राम भार वर्ग में विश्व में पहले स्थान पर पहुँच गई हैं। यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, क्योंकि वह इस खेल में शीर्ष स्थान पर पहुँचने वाली पहली भारतीय जूडोका बनी हैं।

महिलाओं के 57 किलोग्राम भार वर्ग में भारत की शाहीन राजकभाई दरजादा चौथे स्थान पर हैं। यह पहली बार है जब दो भारतीय एथलीट अपने-अपने भार वर्ग में शीर्ष पांच में शामिल हुए हैं।

हिमांशी, जिन्होंने रैंकिंग में तीन स्थान की छलांग लगाई, अब 610 अंकों के साथ शीर्ष पर हैं। अंतर्राष्ट्रीय जूडो महासंघ (आईजेएफ) द्वारा जारी विश्व रैंकिंग में भारतीय जूडोकाओं ने शानदार प्रदर्शन किया है।

20 वर्षीय हिमांशी ने 13 सितंबर को एशियाई जूनियर चैंपियनशिप 2025 में जीत के बाद शीर्ष पर पहुँच गईं। यह इस वर्ष का उनका तीसरा खिताब था।

उन्होंने इससे पहले जुलाई में ताइपे जूनियर एशियाई कप 2025 और जनवरी में कैसाब्लांका अफ्रीकी ओपन 2025 में भी स्वर्ण पदक जीते थे। कुल मिलाकर, हिमांशी ने अब तक पाँच प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक जीते हैं, जिसमें एक कॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप और तीन कॉन्टिनेंटल कप भी शामिल हैं।

वरिष्ठ वर्ग में, हिमांशी विश्व रैंकिंग में महिलाओं के 63 किग्रा वर्ग में 611 अंकों के साथ 61वें स्थान पर हैं।

महिलाओं के 57 किग्रा वर्ग में, शाहीन राजकभाई दरजादा जापान की रीको होंडा, इटली की मिशेला टेरानोवा और ब्राजील की बियांका रीस के बाद चौथे स्थान पर हैं। शाहीन के पास 442 अंक हैं और उन्होंने इस सीजन में तीन स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीते हैं।

महिलाओं के +78 किग्रा वर्ग में, कंवरप्रीत कौर 10वें स्थान पर हैं, तथा इशरूप नारंग महिलाओं के -78 किग्रा वर्ग में रैंकिंग में हैं।

वरिष्ठ खिलाड़ियों में, तूलिका मान महिलाओं के +78 किग्रा वर्ग में 75वें स्थान पर हैं, जबकि श्रद्धा कडुबाई चोपड़े 52 किग्रा वर्ग में 53वें स्थान पर हैं।

पुरुषों के 73 किग्रा वर्ग में, भारत के अरुण कुमार ने दो स्थान ऊपर चढ़कर 71वें स्थान पर पहुँच गए हैं। कुल मिलाकर, सात भारतीय जूडोका सीनियर वर्ग में विश्व रैंकिंग में शीर्ष 100 में शामिल हैं।

--राष्ट्र प्रेस

पीएके/

Point of View

बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। भारतीय जूडो को वैश्विक स्तर पर मान्यता मिल रही है और यह हमारे युवा खिलाड़ियों की मेहनत और समर्पण का परिणाम है।
NationPress
22/12/2025

Frequently Asked Questions

हिमांशी टोकस ने कब विश्व जूनियर रैंकिंग में पहले स्थान पर पहुँचें?
हिमांशी टोकस ने 19 सितंबर 2023 को विश्व जूनियर रैंकिंग में पहले स्थान पर पहुँचें।
शाहीन राजकभाई दरजादा का रैंक क्या है?
शाहीन राजकभाई दरजादा 57 किलोग्राम भार वर्ग में चौथे स्थान पर हैं।
हिमांशी ने कितने खिताब जीते हैं?
हिमांशी ने इस वर्ष तीन खिताब जीते हैं।
भारत के अन्य प्रमुख जूडोका कौन हैं?
कंवरप्रीत कौर और अरुण कुमार भी प्रमुख जूडोका में शामिल हैं।
हिमांशी का अगला लक्ष्य क्या है?
हिमांशी का अगला लक्ष्य अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में और अधिक सफलता प्राप्त करना है।
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