क्या एचएसबीसी ने भारत में 'इनोवेशन बैंकिंग' लॉन्च करके स्टार्टअप्स को नई राह दिखाई?

सारांश
Key Takeaways
- एचएसबीसी ने 'इनोवेशन बैंकिंग' लॉन्च की है।
- बैंक 1 अरब डॉलर की फंडिंग की योजना बना रहा है।
- यह पहल स्टार्टअप्स को विकास में मदद करेगी।
- भारतीय अर्थव्यवस्था में नई संभावनाएँ खुलेंगी।
- यह कदम जुनून और नवाचार को बढ़ावा देगा।
नई दिल्ली, 9 अक्तूबर (राष्ट्र प्रेस)। एचएसबीसी इंडिया ने गुरुवार को भारत में 'इनोवेशन बैंकिंग' को लॉन्च किया। इसके माध्यम से बैंक व्यवसायियों को उनके कारोबारों को आगे बढ़ाने में (शुरुआत से लेकर आईपीओ तक) मदद करेगी।
बैंक ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि एचएसबीसी इंडिया भारतीय स्टार्टअप्स को सहयोग देने के लिए 1 अरब डॉलर की नॉन-डिल्यूटिव डेट आवंटित करने की योजना बना रहा है। यह फंडिंग शुरुआती से लेकर अंतिम चरण की ग्रोथ कंपनियों को लक्षित करती है, जिससे वे अपनी इक्विटी को कम किए बिना अपने परिचालन का विस्तार कर सकें। यह संस्थापकों और निवेशकों को अपने व्यवसायों पर अधिक नियंत्रण बनाए रखने में मदद करेगा।
एचएसबीसी इंडिया ने आगे कहा कि वेंचर कैपिटल और घरेलू निजी इक्विटी फंडों के लिए उसकी बैलेंस शीट में पहले से ही पर्याप्त आवंटन है। इनोवेशन बैंकिंग की शुरुआत के साथ, बैंक का लक्ष्य इस पेशकश का विस्तार करना है, जिसमें फंड और प्रस्तावों की एक बड़ी रेंज शामिल होगी।
बैंक ने घोषणा की कि भारत में इसकी शुरुआत से उसके ग्लोबल इनोवेशन बैंकिंग प्लेटफॉर्म का विस्तार होगा, जो दुनिया भर में 900 से अधिक विशेषज्ञों के माध्यम से फंडिंग और कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
एचएसबीसी इनोवेशन बैंकिंग के ग्लोबल हेड, डेविड सबो ने कहा कि 1 अरब डॉलर का यह आवंटन भारत की इनोवेशन इकोनॉमी, रोजगार सृजन और कौशल विकास के प्रति दीर्घकालिक प्रतिबद्धता का संकेत देता है।
एचएसबीसी इंडिया के बैंकिंग प्रमुख अजय शर्मा ने कहा, "भारत में एचएसबीसी इनोवेशन बैंकिंग की शुरुआत के साथ, हम जीवंत स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए अपने समर्थन को और मजबूत कर रहे हैं, जहाँ ग्राहकों के साथ उनकी विकास यात्रा में साझेदारी करने का हमारा एक प्रूव्ड ट्रैक रिकॉर्ड है।"
एचएसबीसी इंडिया ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती हुई प्रमुख अर्थव्यवस्था और टेक्नोलॉजी एवं टैलेंट हब है। इससे भारतीय स्टार्ट-अप्स द्वारा 2030 तक घरेलू अर्थव्यवस्था में 1 ट्रिलियन डॉलर का योगदान करने और 50 मिलियन नए रोजगार सृजित करने की उम्मीद है।