क्या इंडी अलायंस वास्तव में डूबता हुआ जहाज है? - गुलाम अली खटाना
सारांश
Key Takeaways
- इंडी अलायंस को गुलाम अली खटाना ने डूबता जहाज बताया।
- परिवार-केंद्रित राजनीति को छोड़ने की ज़रूरत है।
- ममता बनर्जी पर भी सवाल उठाए गए हैं।
- कांग्रेस की ऐतिहासिक भूमिका पर सवाल उठाए गए।
- अखंड भारत का विजन साझा किया गया।
नई दिल्ली, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद गुलाम अली खटाना ने सोमवार को इंडी अलायंस पर तंज कसते हुए कहा कि यह स्वार्थ के लिए बने दलों का एक टूटा हुआ और डूबता जहाज है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने बताया कि इंडी अलायंस पहले से ही बेबस लोगों का समूह था और इसे परिवार-केंद्रित राजनीति की सोच से बाहर निकलने की आवश्यकता है। उन्हें 'मैं और मेरा परिवार' वाली सोच को छोड़ना चाहिए।
विपक्षी दलों, विशेषकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी, टीएमसी और सपा-कांग्रेस को देश के अल्पसंख्यकों को मुख्यधारा में लाने का मौका देना चाहिए। उनकी वजह से आज अल्पसंख्यक हाशिये पर हैं।
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर द्वारा संघ की तुलना अलकायदा से करने पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह समझना चाहिए कि भारत के बंटवारे में उनका भी हाथ था। यदि नेहरू ने थोड़ा बलिदान दिया होता, तो यह बंटवारा नहीं होता। आज देश के अल्पसंख्यक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सुरक्षित हैं।
गुलाम अली खटाना ने कहा कि 'हिंदू' एक भौगोलिक शब्द है जिसमें सिंधु नदी के इस पार रहने वाले सभी धर्मों के लोग शामिल हैं। इसमें पाकिस्तान और बांग्लादेश भी आते हैं। यही अखंड भारत का विजन है।