क्या ईरान पर किए गए किसी भी हमले का सख्त जवाब दिया जाएगा?
सारांश
Key Takeaways
- ईरान ने किसी भी हमले का सख्त जवाब देने का आश्वासन दिया है।
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के खिलाफ संभावित सैन्य कार्रवाई की चेतावनी दी है।
- ट्रंप और नेतन्याहू की मुलाकात में ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम पर चर्चा हुई।
- ईरान ने पहले भी इजरायल के हमले का सामना किया है।
- ऐसी स्थिति में वैश्विक सुरक्षा को खतरा हो सकता है।
तेहरान, 30 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। फ्लोरिडा में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात के बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को सीधी चुनौती दी। उन्होंने कहा कि यदि ईरान का व्यवहार नहीं बदलता तो इसके परिणाम बहुत गंभीर होंगे। इस पर ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने सोशल मीडिया के माध्यम से प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने यह बयान दिया है कि ईरान किसी भी हमले का ‘सख्त’ जवाब देने के लिए तैयार है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के संभावित हमले की चेतावनी के बाद, राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने एक्स पर बिना किसी का नाम लिए अपनी प्रतिक्रिया साझा की। उन्होंने केवल एक वाक्य में अपनी बात रखी और कहा कि “हमलावर को पछतावा होगा।”
उन्होंने लिखा, “किसी भी हमले पर इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान का जवाब कड़ा होगा और हमलावर को इसका अफसोस होगा।”
सोमवार को नेतन्याहू से मुलाकात के बाद, ईरान के मिसाइल और न्यूक्लियर प्रोग्राम पर पूछे गए सवाल पर ट्रंप ने कहा कि इस पर कोई पुष्टि नहीं है, लेकिन यदि यह सत्य है तो परिणाम अत्यंत खतरनाक होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले हमले से भी तगड़ा हमला हो सकता है। ईरान को पहले डील कर लेनी चाहिए थी और अमेरिका ने उसे मौका भी दिया था, लेकिन हर बार ऐसा नहीं होगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि यदि ईरान अपने बैलिस्टिक मिसाइल या परमाणु कार्यक्रम को फिर से बनाने का प्रयास करता है, तो अमेरिका उसके खिलाफ एक और सैन्य हमला करेगा। पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि वाशिंगटन तेहरान की गतिविधियों पर करीबी नजर रख रहा है।
जब उनसे पूछा गया कि क्या अमेरिका ईरान के मिसाइल कार्यक्रम को निशाना बनाकर इजरायली हमले का समर्थन करेगा, तो उन्होंने कहा कि यदि ईरान अपनी परमाणु क्षमताओं को फिर से बढ़ाने की कोशिश करता है, तो वे तुरंत हमले का समर्थन करेंगे।
ट्रंप और नेतन्याहू की मुलाकात फ्लोरिडा के मार-ए-लागो अपार्टमेंट में हुई। यह दोनों के बीच इस साल की पांचवीं बैठक थी।
13 जून 2025 को, इजरायल ने ईरान के परमाणु केंद्रों पर हमला किया, जिसमें लगातार 12 दिनों तक सैन्य, परमाणु और रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया गया। इसके बाद अमेरिका ने 22 जून को नतांज, फोर्डो और इस्फहान में ईरान के तीन न्यूक्लियर ठिकानों पर हमला किया था। 24 दिनों के बाद सीज फायर का ऐलान किया गया था।