क्या ईरान के शीर्ष जनरल ने दुश्मनों को चेतावनी दी है, 'आक्रमण होने पर मिलेगा उचित जवाब'?

सारांश
Key Takeaways
- ईरान अपनी सुरक्षा को लेकर सजग है।
- दुश्मनों के खिलाफ निर्णायक प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार।
- आधुनिक रक्षा तकनीकों का विकास आवश्यक है।
- हाइब्रिड युद्ध का मुकाबला करने की तैयारी जारी है।
- ईरान की सशस्त्र सेनाएं 'स्ट्रैटेजिक सरप्राइजेज' पर भरोसा करती हैं।
तेहरान, 22 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। ईरान के सशस्त्र बलों के प्रमुख मेजर जनरल अब्दोलरहीम मौसवी ने सोमवार को कहा कि उनका देश अपनी सुरक्षा के प्रति सावधान है और किसी भी प्रकार के आक्रमण का रणनीतिक जवाब देने के लिए तैयार है।
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, मौसवी ने 1980 के दशक में ईरान पर थोपे गए इराकी युद्ध का हवाला देते हुए एक संदेश जारी किया। उन्होंने इस साल जून में 12 दिनों तक चले संघर्ष के दौरान इजरायल की 'विफलता' का भी उल्लेख किया।
ईरान की अर्ध-सरकारी समाचार एजेंसी 'तस्नीम' ने बताया कि मौसवी ने कहा, "ईरान की घरेलू सैन्य और रक्षा क्षमताएं, उसकी क्षेत्रीय क्षमताएं और ईरानी सशस्त्र बलों की निर्णायक प्रतिक्रिया ने शत्रुतापूर्ण साजिशों को विफल कर दिया।" उन्होंने कहा कि इस्लामी गणराज्य कभी भी खतरों के सामने नहीं झुकेगा और हर चुनौती को राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शक्ति का प्रदर्शन करने के अवसर में बदल देगा।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है, "वरिष्ठ कमांडर ने आग्रह किया कि आधुनिक रक्षा तकनीकों को आगे बढ़ाना, निवारक शक्ति को मजबूत करना और हाइब्रिड युद्ध - विशेष रूप से दुश्मन के कोग्नेटिव वॉर - का मुकाबला करने की तैयारी केंद्रीय प्राथमिकताओं में बनी रहनी चाहिए।"
मौसवी ने ईरानियों को आश्वासन दिया कि देश की सशस्त्र सेनाएं, 'स्ट्रैटेजिक सरप्राइजेज' पर भरोसा करते हुए, 'दमनकारी शक्तियों' से किसी भी खतरे का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और उनका जवाब "समय पर, निर्णायक, अफसोसजनक और कल्पना से परे" होगा।
इस साल जून में इजरायल द्वारा ईरान की राजधानी तेहरान और अन्य शहरों पर हवाई हमले शुरू करने के बाद, देश के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई ने मौसवी को सेना और इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) के एयरोस्पेस डिवीजन का नया मुख्य कमांडर नियुक्त किया था।
यह नियुक्ति उनके पूर्ववर्ती मेजर जनरल मोहम्मद बाघेरी की इजरायली हवाई हमलों के दौरान हत्या के बाद हुई थी।
बाघेरी के अलावा, आईआरजीसी कमांडर मेजर जनरल हुसैन सलामी, ईरान के खतम अल-अनबिया केंद्रीय मुख्यालय के कमांडर मेजर जनरल गुलाम अली राशिद और छह ईरानी परमाणु वैज्ञानिक भी हमलों में मारे गए थे।