क्या इराक ने कुर्दिस्तान से तेल निर्यात फिर से शुरू किया?

सारांश
Key Takeaways
- तेल निर्यात की पुनरारंभ इराक की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है।
- कुर्दिस्तान और इराकी सरकार का सहयोग बढ़ा है।
- आर्थिक सुधार के लिए नई विकास नीति की शुरुआत की गई है।
- 70 प्रतिशत आत्मनिर्भरता का लक्ष्य है।
- 15 लाख नौकरियों का सृजन होगा।
बगदाद, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। इराक के तेल मंत्रालय ने शनिवार को इराक-तुर्किए पाइपलाइन के जरिए अर्ध-स्वायत्त कुर्दिस्तान क्षेत्र से कच्चे तेल के निर्यात को पुनः आरंभ करने की घोषणा की है। यह कदम लगभग ढाई साल के निलंबन के बाद उठाया गया है।
मंत्रालय के एक बयान में कहा गया कि तेल निर्यात का कार्य स्थानीय समयानुसार सुबह 6 बजे उच्च दक्षता के साथ आरंभ हुआ, जो इराकी संघीय सरकार और कुर्दिस्तान क्षेत्रीय सरकार के बीच सहयोग की सफलता को दर्शाता है।
बयान में उल्लेख किया गया, "यह विकास साझेदारी और उच्च-स्तरीय समन्वय की भावना से राष्ट्रीय संपदा के प्रबंधन को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे तेल निर्यात की स्थिरता सुनिश्चित करने और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को समर्थन देने में मदद मिलती है।"
इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने एक समझौते की घोषणा की है, जिसके तहत संघीय तेल मंत्रालय कुर्दिस्तान में उत्पादित कच्चा तेल निर्यात करेगा और इसे तुर्किए से होते हुए पाइपलाइन के माध्यम से भेजेगा।
खबरों के अनुसार, कुर्द अधिकारियों ने बगदाद की मंजूरी के बिना तुर्किए के सेहान बंदरगाह के जरिए स्वतंत्र रूप से तेल बेचा था। कुर्द क्षेत्रीय सरकार की स्वतंत्र तेल बिक्री को लेकर तुर्किए से विवाद बढ़ने के कारण मार्च 2023 में पाइपलाइन बंद कर दी गई थी।
इराक के सरकारी राजस्व में तेल निर्यात का हिस्सा 90 प्रतिशत से अधिक है। तेल निर्यात शुरू करने का निर्णय देश की आर्थिक सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
पिछले हफ्ते, इराक के प्रधानमंत्री ने एक राष्ट्रीय विकास विजन की शुरुआत की घोषणा की। पीएम ने कहा कि देश अपनी राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की आधारशिला के रूप में केवल जीवाश्म ईंधन पर निर्भर नहीं रह सकता।
अल-सुदानी के मीडिया कार्यालय के अनुसार, प्रधानमंत्री ने शनिवार को विकास और भविष्य के लिए इराक विजन 2050 के शुभारंभ समारोह में भाग लिया, जिसमें वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, राजनयिक और निजी क्षेत्र के प्रतिनिधि शामिल थे।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य इराक की अर्थव्यवस्था में विविधता लाना, तेल पर निर्भरता कम करना और संरचनात्मक सुधारों के माध्यम से निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाना है।
इराक की प्रमुख परियोजनाओं में अल-फॉ ग्रैंड पोर्ट और डेवलपमेंट रोड परियोजना के माध्यम से इराक को एशिया-यूरोप व्यापार के 20 प्रतिशत के लिए एक पारगमन केंद्र के रूप में स्थापित करना शामिल है। इससे 15 लाख नौकरियों के सृजन की उम्मीद है।
इराक के इस विजन का लक्ष्य स्थायी हरित पहलों के माध्यम से खाना, पानी और ऊर्जा में 70 प्रतिशत आत्मनिर्भरता हासिल करना भी है। आगामी विकास रोडमैप को मंत्रिपरिषद के समक्ष स्वीकृति के लिए प्रस्तुत किया जाएगा।
-- राष्ट्र प्रेस
कनक/वीसी