क्या जम्मू-कश्मीर के बडगाम और नगरोटा में मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ?

Click to start listening
क्या जम्मू-कश्मीर के बडगाम और नगरोटा में मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ?

सारांश

जम्मू-कश्मीर के बडगाम और नगरोटा विधानसभा क्षेत्रों में मंगलवार को मतदान हुआ, जिसमें बडगाम में 48 प्रतिशत और नगरोटा में 72 प्रतिशत मतदाता अपने मत का प्रयोग करने आए। यह चुनावी प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही और मतदाता उत्साहपूर्वक मतदान केंद्रों पर पहुंचे। जानिए इस मतदान के पीछे की कहानी और इसके महत्व को।

Key Takeaways

  • बडगाम में 48 प्रतिशत और नगरोटा में 72 प्रतिशत मतदान हुआ।
  • मतदाता अपने लोकतांत्रिक अधिकार का उपयोग करने के लिए उत्साहित थे।
  • बडगाम में 173 और नगरोटा में 150 मतदान केंद्र बनाए गए थे।
  • चुनाव में 17 और 10 उम्मीदवार मैदान में थे।
  • मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही।

श्रीनगर/जम्मू, 11 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर के बडगाम और नगरोटा विधानसभा क्षेत्रों में मंगलवार को शांतिपूर्ण ढंग से मतदान संपन्न हुआ। बडगाम में 48 प्रतिशत और नगरोटा में 72 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। मतदाता अपने लोकतांत्रिक अधिकार का उपयोग करने के लिए बड़ी संख्या में मतदान केंद्रों पर पहुंचे।

चुनाव अधिकारियों के अनुसार, मतदान प्रक्रिया समाप्त होने तक बडगाम में 48 प्रतिशत और नगरोटा में 72 प्रतिशत मतदान हुआ है।

आंकड़े एकत्रित और संकलित किए जा रहे हैं, जिससे अंतिम आंकड़ों में थोड़ी वृद्धि की संभावना है।

बडगाम निर्वाचन क्षेत्र में 1.76 लाख मतदाता हैं, और इस क्षेत्र में 173 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।

मतदाता 'फेरन' नामक पारंपरिक परिधान के ऊपर ट्वीट पहने हुए नजर आए।

सुबह की ठंड के बावजूद मतदान केंद्रों के बाहर कतारें लग गईं, जिससे मतदाता बड़े उत्साह के साथ मतदान करने निकले। दिन के गर्म होते ही बडगाम और नगरोटा विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं का उत्साह बढ़ता गया।

मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ और शाम 6 बजे समाप्त हुआ।

बडगाम में 17 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के आगा सैयद महमूद और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के आगा सैयद मुंतजिर मेहदी मुख्य दावेदार हैं।

अन्य उम्मीदवारों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आगा सैयद मोहसिन, अवामी इत्तेहाद पार्टी के नजीर अहमद खान, आम आदमी पार्टी (आप) की दीबा खान और निर्दलीय मोहिउद्दीन मुंतजिर शामिल हैं।

बडगाम में उपचुनाव इसलिए जरूरी हो गया क्योंकि नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अक्टूबर 2024 के विधानसभा चुनावों में जीतने के बाद इस क्षेत्र से इस्तीफा दे दिया था।

नगरोटा में भी बड़ी संख्या में मतदाता मतदान के लिए आए, जहां 10 उम्मीदवार मैदान में हैं। मुख्य मुकाबला भाजपा की देवयानी राणा, एनसी की शमीम बेगम और जम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी के हर्ष देव सिंह के बीच है।

भाजपा विधायक देवेंद्र सिंह राणा के 31 अक्टूबर, 2024 को निधन के बाद नगरोटा उपचुनाव कराना पड़ा।

भाजपा ने देवेंद्र सिंह राणा की बेटी देवयानी को नगरोटा से मैदान में उतारा है, और 2024 से यह निर्वाचन क्षेत्र भाजपा का गढ़ बन गया है। चुनाव प्रचार के दौरान दिवंगत राणा की बेटी के लिए सहानुभूति की लहर भी देखी गई।

नगरोटा निर्वाचन क्षेत्र में 97,893 मतदाताओं के लिए 150 मतदान केंद्र बनाए गए थे। बडगाम और नगरोटा दोनों विधानसभा क्षेत्रों में संवेदनशील स्थानों पर अर्धसैनिक बल और पुलिस बल तैनात किए गए थे।

चुनाव अधिकारियों ने बताया कि सुचारू मतदान के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ की गई हैं और बडगाम और नगरोटा निर्वाचन क्षेत्रों के सभी मतदान केंद्रों पर मतदान कर्मचारी, स्थिर और मोबाइल निगरानी दल और मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं।

Point of View

जम्मू-कश्मीर के बडगाम और नगरोटा में मतदान एक सकारात्मक संकेत है। यह दर्शाता है कि लोग अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के प्रति जागरूक हैं और चुनावी प्रक्रियाओं में भाग ले रहे हैं। इस प्रकार के मतदान से न केवल स्थानीय राजनीति को बल मिलता है, बल्कि यह पूरे देश की राजनीतिक व्यवस्था को भी मजबूत करता है।
NationPress
11/11/2025

Frequently Asked Questions

बडगाम और नगरोटा में मतदान का प्रतिशत क्या था?
बडगाम में 48 प्रतिशत और नगरोटा में 72 प्रतिशत मतदान हुआ।
मतदान की प्रक्रिया में कितने उम्मीदवार थे?
बडगाम में 17 और नगरोटा में 10 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे।