क्या जापान में भारी बारिश और भूस्खलन की चेतावनी जारी है?

सारांश
Key Takeaways
- जापान में कई क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी।
- भूस्खलन और बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
- मौसम की स्थिति अस्थिर बनी हुई है।
- स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
- सरकार और एजेंसियों का ध्यान इस दिशा में है।
टोक्यो, 11 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जापान की मौसम एजेंसी ने बताया है कि देश के कई हिस्सों में वायुमंडलीय स्थितियां अत्यधिक अस्थिर हो गई हैं और पश्चिमी जापान के शकोकू क्षेत्र में आज सुबह से मूसलाधार बारिश का दौर शुरू हो गया है।
जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (जेएमए) के अनुसार, बुधवार तड़के नागासाकी और कुमामोटो के दक्षिण-पश्चिमी प्रांतों में भारी वर्षा हुई थी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, जेएमए ने बताया कि आज सुबह शिकोकू, होकुरिकु और तोहोकू क्षेत्रों में काले घने बादल छा गए थे, जिसके बाद झमाझम बरसात शुरू हो गई। उन्होंने आगे कहा कि आने वाले घंटों में यह बारिश जारी रह सकती है।
मौसम अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि क्यूशू से तोहोकू तक के क्षेत्रों में शाम तक वायुमंडलीय परिस्थितियां बेहद अस्थिर बनी रहेंगी, और पश्चिमी तथा पूर्वी जापान में स्थानीय स्तर पर भारी बारिश की संभावना है।
ठंडी हवा के द्रव्यमान और लो प्रेशर ट्रफ के कारण रात तक होक्काइडो के कुछ हिस्सों में भी मूसलाधार बारिश की संभावना जताई गई है।
जेएमए ने कहा कि शुक्रवार सुबह तक 24 घंटों की अवधि में दक्षिणी क्यूशू में 180 मिलीमीटर, कांटो-कोशिन क्षेत्र में 120 मिलीमीटर और टोकाई क्षेत्र में 100 मिलीमीटर तक बारिश हो सकती है।
एजेंसी ने भूस्खलन, निचले क्षेत्रों में बाढ़, नदियों में उफान और बाढ़ के साथ-साथ बिजली गिरने, अचानक तेज हवाएं और ओलावृष्टि की चेतावनी भी जारी की है।
इससे पहले, 6 सितंबर को, उष्णकटिबंधीय तूफान पीपा ने मध्य जापानी प्रांत शिजुओका की चार नगर पालिकाओं में तबाही मचाई थी। इस तूफान में 24 लोग घायल हुए थे और 40 घरों को नुकसान पहुंचा था।
सबसे अधिक नुकसान मकिनोहारा में हुआ था, जहां तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए और 20 अन्य को हल्की चोटें आई थीं।