क्या झारखंड में साहित्य, कला और संगीत की नई अकादमियां गठित होने जा रही हैं?

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क्या झारखंड में साहित्य, कला और संगीत की नई अकादमियां गठित होने जा रही हैं?

सारांश

झारखंड में साहित्य, कला, और संगीत के क्षेत्र में नई अकादमियों के गठन की मंजूरी मिली है। यह निर्णय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में लिया गया। इससे कलाकारों और साहित्यकारों की लंबे समय से चली आ रही मांग को मान्यता मिली है।

Key Takeaways

  • झारखंड में तीन नई अकादमियों का गठन हो रहा है।
  • कैबिनेट ने 67 प्रस्तावों को मंजूरी दी है।
  • कोचिंग संस्थानों के लिए नई नियमावली लागू की जाएगी।
  • प्रवासी श्रमिकों के लिए सहायता कोष की स्थापना।
  • स्वास्थ्य विभाग में लापरवाह डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई।

रांची, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के अलग राज्य बनने के 25 वर्षों के बाद, अब ‘झारखंड राज्य साहित्य एकेडमी’, ‘झारखंड राज्य संगीत-नाट्य एकेडमी’ और ‘झारखंड राज्य ललित कला एकेडमी’ के गठन का रास्ता साफ हो गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।

झारखंड के कलाकारों और साहित्यकारों ने लंबे समय से इन अकादमियों के गठन की मांग की थी। कैबिनेट की बैठक में कुल 67 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है। कैबिनेट सचिव वंदना डाडेल ने बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि बैठक में झारखंड कोचिंग सेंटर (नियंत्रण एवं विनियमन) विधेयक 2025 को भी स्वीकृति दी गई है। इस कानून के लागू होने के बाद राज्य में कोचिंग संस्थान मनमाने शुल्क नहीं वसूल सकेंगे। जिन कोचिंग संस्थानों में 50 से अधिक छात्र होंगे, उन्हें पांच वर्ष के लिए पांच लाख रुपये की बैंक गारंटी जमा करनी होगी। साथ ही, हर शाखा का अलग पंजीकरण होगा। नियंत्रण के लिए जिला और राज्य स्तर पर नियामक समिति बनाई जाएगी।

इसके अलावा, झारखंड के अंतरराष्ट्रीय प्रवासी श्रमिकों के लिए एक नई योजना को भी मंजूरी दी गई है। अब प्रवासी श्रमिक की असामयिक मृत्यु की स्थिति में उनके पार्थिव शरीर को पैतृक घर तक लाने और परिवार को आर्थिक सहायता देने के लिए “मुख्यमंत्री झारखंड अंतरराष्ट्रीय प्रवासी श्रमिक अनुदान एवं सहायता कोष” का गठन किया जाएगा। कैबिनेट ने स्वास्थ्य विभाग में गंभीर लापरवाही और अनुपस्थिति के मामलों पर सख्ती दिखाते हुए पांच डॉक्टरों की सेवा समाप्त करने का निर्णय लिया। इनमें गिरिडीह, धनबाद, कोडरमा, साहेबगंज और बोकारो के चिकित्सक शामिल हैं।

बैठक में अंग प्रत्यारोपण से जुड़ी “झारखंड मृतक दाता अंग और उत्तक प्रत्यारोपण दिशा-निर्देश” जारी करने पर भी सहमति दी गई। झारखंड आंदोलन के प्रणेता दिवंगत शिबू सोरेन के रांची मोरबादी स्थित सरकारी आवास को उनकी पत्नी रूपी सोरेन के नाम पर आजीवन आवंटित करने के प्रस्ताव पर भी कैबिनेट ने मुहर लगाई है। राज्य में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए कई सड़क परियोजनाओं को मंजूरी दी गई। धनबाद जिले में निरसा (एनएच-19) से खाड़ापाथर तक 16.65 किलोमीटर लंबी सड़क चौड़ीकरण और पुनर्निर्माण के लिए 58.07 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए।

वहीं, चाईबासा में हाता-चाईबासा सड़क के 11.11 किलोमीटर हिस्से को चौड़ा करने और पुनर्निर्माण के लिए 75.97 करोड़ रुपये मंजूर हुए। कैबिनेट ने सिंचाई क्षेत्र की महत्वाकांक्षी पुनासी जलाशय योजना के तृतीय पुनरीक्षित प्राक्कलन को भी हरी झंडी दे दी। इसके लिए 1851.67 करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है। बैठक में लिए गए एक महत्वपूर्ण निर्णय के अनुसार, मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना के तहत आवेदन के समय आवेदन करने वालों का लाइव फोटो लेना अब अनिवार्य नहीं रहेगा। कैबिनेट ने “झारखंड राज्य सड़क सुरक्षा कोष (संशोधन) नियमावली 2025” के प्रारूप को भी स्वीकृति दी है।

Point of View

बल्कि यह झारखंड की सांस्कृतिक पहचान को भी मजबूत करेगा। इस प्रकार के कदम से विकास और कलात्मकता के क्षेत्र में नई संभावनाएं खुलेंगी।
NationPress
02/09/2025

Frequently Asked Questions

झारखंड में नई अकादमियों का क्या उद्देश्य है?
इन अकादमियों का उद्देश्य साहित्य, कला और संगीत के क्षेत्र में विकास और सहयोग को बढ़ावा देना है।
कैबिनेट की बैठक में और कौन से महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए?
बैठक में कोचिंग सेंटर के विनियमन, प्रवासी श्रमिकों के लिए सहायता कोष, और स्वास्थ्य विभाग में कठोर कदम उठाने के फैसले भी लिए गए।