क्या कैलाश विजयवर्गीय ने लव जिहाद पर जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता बताई?

सारांश
Key Takeaways
- लव जिहाद की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त की गई।
- कानून से अधिक संस्कार और जागरूकता की आवश्यकता है।
- बच्चों को अच्छे संस्कार देने की बात उठाई गई।
- भ्रष्टाचार के खिलाफ अनूठी पहल की गई।
- कांग्रेस से इस निर्णय का समर्थन करने की अपील की गई।
इंदौर, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने लव जिहाद के बढ़ते मामलों पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हर समस्या का समाधान केवल कानून से नहीं किया जा सकता। समाज में जागरूकता और संस्कारों के माध्यम से ही इस पर नियंत्रण संभव है।
पत्रकारों से बातचीत में विजयवर्गीय ने कहा, "हमें अपने बच्चों को बेहतर संस्कार देने की आवश्यकता है, क्योंकि गलत राह पर जाने से उन्हें केवल संस्कार ही रोक सकते हैं। ये संस्कार परिवार, स्कूल और कॉलेज से ही मिलते हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि हर मुद्दे के लिए कानून बनाना उचित नहीं है।
विजयवर्गीय ने भारतीय समाज के पारंपरिक ताने-बाने का उल्लेख करते हुए कहा, "भारत में पहले कानून का इतना प्रचलन नहीं था। गांवों में पंचों के फैसले को ईश्वर की वाणी माना जाता था, क्योंकि समाज संस्कारित था। पहले लोग बड़ों के सामने पान या सिगरेट तक नहीं पीते थे, लेकिन आधुनिकता ने यह स्थिति बदल दी।"
उन्होंने सनातन संस्कृति की ताकत पर जोर देते हुए कहा, "सनातन का इतिहास पांच हजार साल से भी पुराना है। कुछ लोग इसे विकृत दृष्टि से देखते हैं, लेकिन हम उनकी दृष्टि का भेदन कर सनातन का झंडा ऊंचा करते रहेंगे।"
लव जिहाद से जुड़े 'आई लव' आंदोलन पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि कई मामलों में षड्यंत्र की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। "कई बार ऐसे लोग पकड़े गए हैं, जो सुनियोजित ढंग से काम कर रहे थे।"
हाल के महीनों में मध्य प्रदेश में लव जिहाद के 50 से अधिक मामले दर्ज हुए हैं, जिनमें भोपाल और इंदौर में विशेष रूप से जांच तेज हुई है। विजयवर्गीय ने इन मामलों को सामाजिक जागरूकता से जोड़ते हुए कहा कि परिवारों को बच्चों को नैतिक मूल्य सिखाने चाहिए।
मंत्री ने इंदौर नगर निगम द्वारा पार्षद अनवर कादिर को हटाने के फैसले को अनूठी पहल बताया। कादिर पर भ्रष्टाचार और नियमों के उल्लंघन के आरोप थे। विजयवर्गीय ने कांग्रेस से अपील की कि वह इस निर्णय का समर्थन करे।