क्या कैलाश विजयवर्गीय ने वृद्ध आश्रम में दीपावली मनाकर एक नई परंपरा की शुरुआत की?

Click to start listening
क्या कैलाश विजयवर्गीय ने वृद्ध आश्रम में दीपावली मनाकर एक नई परंपरा की शुरुआत की?

सारांश

इंदौर में दीपावली का त्योहार मनाते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने वृद्ध आश्रम में बुजुर्गों और दृष्टिबाधित बच्चों के साथ अपनी परंपरा को निभाया। उन्होंने इस मौके पर प्रेम और संवेदनशीलता का संदेश दिया। जानिए इस विशेष उत्सव की खास बातें।

Key Takeaways

  • दीपावली का असली महत्व उन लोगों के साथ खुशियां बांटने में है जिनके पास परिवार नहीं है।
  • कैलाश विजयवर्गीय ने वृद्ध आश्रम और दृष्टिबाधित बच्चों के साथ त्योहार मनाकर एक महत्वपूर्ण संदेश दिया।
  • समाज में संवेदनशीलता और स्वच्छता का प्रचार करना आवश्यक है।

इंदौर, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दीपों का त्योहार दीपावली मनाने के लिए मध्य प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने रविवार को अपनी परंपरा को फिर से जीवित करते हुए वृद्ध आश्रम में जाकर वहां के बुजुर्गों और दृष्टिबाधित बच्चों के साथ उत्सव मनाया।

हर वर्ष की तरह, इस बार भी मंत्री विजयवर्गीय ने इन विशेष जनों के साथ समय बिताया, दीप जलाए, मिठाइयां बांटीं और उनके साथ गीत-संगीत का आनंद लिया। उन्होंने कहा कि पिछले 35 वर्षों से वे लगातार दीपावली वृद्ध आश्रमों और दृष्टिबाधित बच्चों के बीच मनाते आ रहे हैं।

मंत्री ने कहा, "मेरा मानना है कि असली दीपावली तब होती है जब हम उन लोगों के साथ खुशियां बांटें जिनके पास अपने परिवार या अपनों का साथ नहीं होता। इन बुजुर्गों और बच्चों की मुस्कान ही मेरे लिए सबसे बड़ा त्योहार है।"

इस मौके पर मंत्री विजयवर्गीय ने बच्चों और बुजुर्गों के साथ अंताक्षरी खेली, भक्ति गीतों और पुराने फिल्मी गीतों पर सबने मिलकर गुनगुनाया और माहौल को उल्लास से भर दिया। पूरा वृद्ध आश्रम दीपों की रोशनी और रंगोली से सजा हुआ था। मंत्री ने स्वयं दीप प्रज्वलित कर बुजुर्गों को मिठाइयां बांटीं और उनके साथ उत्सव का आनंद लिया।

उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इंदौर न केवल स्वच्छता में, बल्कि संवेदनशीलता और संस्कारों में भी पूरे देश के लिए मिसाल है। उन्होंने यह भी कहा कि शहर में आयोजित होने जा रहा महिला विश्व कप इंदौर के लिए गौरव का क्षण है। महिलाओं का विश्व कप इंदौर की पहचान को और ऊंचा करेगा। इससे शहर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिलेगी।

दीपावली के इस अवसर पर मंत्री विजयवर्गीय ने नागरिकों से अपील की कि वे इस त्योहार पर जरूरतमंदों की सहायता करें और पर्यावरण अनुकूल दीपोत्सव मनाकर समाज में संवेदना और स्वच्छता का संदेश दें।

Point of View

बल्कि यह समाज में संवेदनशीलता और सहानुभूति का एक उत्कृष्ट उदाहरण भी है। इस तरह के आयोजनों से हमें यह सिखने को मिलता है कि त्योहार केवल खुशियां मनाने का अवसर नहीं, बल्कि दूसरों के साथ मिलकर खुशियां बांटने का भी है।
NationPress
19/10/2025

Frequently Asked Questions

कैलाश विजयवर्गीय ने वृद्ध आश्रम में दीपावली क्यों मनाई?
कैलाश विजयवर्गीय ने वृद्ध आश्रम में दीपावली मनाकर समाज में संवेदनशीलता और सहानुभूति का संदेश दिया।
क्या यह पहली बार है कि उन्होंने वृद्ध आश्रम में दीपावली मनाई?
नहीं, वे पिछले 35 वर्षों से इस परंपरा को निभाते आ रहे हैं।