क्या कमलनाथ ने सरकार पर निशाना साधा? बोले- इनकी मंशा एसआईआर के जरिए सरकारी सुविधाएं बंद करने की है
सारांश
Key Takeaways
- कमलनाथ ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- सरकारी सुविधाओं के बंद होने का खतरा है।
- यह भारतीय लोकतंत्र पर हमला बताने की कोशिश की गई है।
- राजनीतिक दलों को एकजुट होने की आवश्यकता है।
- जनता के अधिकारों की रक्षा होनी चाहिए।
भोपाल, 5 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मोहन यादव सरकार के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के द्वारा दिए गए एक बयान पर निशाना साधा है जिसमें उन्होंने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का जिक्र किया। कमलनाथ ने कहा कि भाजपा की मंशा वोट चोरी करके सरकार बनाना और आम जनता से सरकारी सुविधाएं छीनना है।
हाल ही में गोविंद राजपूत ने कहा था कि जिन लोगों का नाम मतदाता सूची में नहीं होगा, वे योजनाओं के लाभ से वंचित रह जाएंगे। इस बयान के संदर्भ में कमलनाथ ने कहा कि एसआईआर के पीछे भाजपा के असली इरादे अब स्पष्ट हो गए हैं।
मध्य प्रदेश के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि जिनके नाम एसआईआर में शामिल नहीं होंगे, उनका राशन बंद कर दिया जाएगा और आधार कार्ड भी निरस्त कर दिया जाएगा। इससे मिलने वाली सुविधाएं समाप्त कर दी जाएंगी। कमलनाथ ने कहा कि यह स्पष्ट है कि पहले ये लोग राशन बंद करेंगे, फिर मुफ्त इलाज, किसानों को खाद, महिलाओं को मिलने वाली लाडली बहना योजना का पैसा, छात्रवृत्ति और अन्य सभी सुविधाएं जो नागरिकों का अधिकार हैं, वे छीनना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि आज ये राशन पानी खत्म करने की बात कर रहे हैं और जल्द ही आरक्षण खत्म करने की बात भी करने लगेंगे।
कमलनाथ ने राहुल गांधी के बयानों का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी शुरू से ही एसआईआर को लेकर जनता को आगाह कर रहे हैं। अब यह साफ हो गया है कि ये लोग एक तरफ वोट चोरी के द्वारा सरकार बनाना चाहते हैं और दूसरी तरफ भारतीय नागरिकों के अधिकारों को छीनना चाहते हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह भारतीय लोकतंत्र पर एक सीधा हमला है। जनता को फिर से गुलाम बनाने की कोशिश है, इसलिए कांग्रेस पार्टी के साथ-साथ अन्य सभी दलों और देश की जनता को इसके खिलाफ एकजुट होना चाहिए।