क्या पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने कंगना को मानहानि मामले में झटका दिया?

सारांश
Key Takeaways
- कंगना रनौत को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट से झटका लगा है।
- मानहानि मामले में याचिका को खारिज किया गया।
- यह मामला किसान आंदोलन के दौरान की टिप्पणियों से संबंधित है।
- मोहिंदर कौर ने कंगना के खिलाफ मानहानि का केस दायर किया था।
- सोशल मीडिया पर टिप्पणियों की गंभीरता पर विचार किया गया।
चंडीगढ़, 1 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेत्री और सांसद कंगना रनौत को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट से एक बड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने उनकी मानहानि मामले को रद्द करने की याचिका को खारिज कर दिया है। यह मामला किसानों के आंदोलन के दौरान कंगना के एक 'एक्स' पोस्ट से संबंधित है, जिसमें उन्होंने बुजुर्ग महिला मोहिंदर कौर की तस्वीर पर टिप्पणी की थी। यह मामला साल 2021 में दर्ज किया गया था।
मोहिंदर कौर ने कंगना के खिलाफ मानहानि का केस दायर किया था, जिसे कंगना ने हाईकोर्ट में चुनौती दी। साल 2021 में दिल्ली में चल रही किसान आंदोलन के दौरान कंगना ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने मोहिंदर कौर की तस्वीर का उल्लेख करते हुए विवादास्पद टिप्पणी की। इस टिप्पणी को मोहिंदर कौर ने अपमानजनक मानकर कंगना के खिलाफ बठिंडा में मानहानि का मामला दर्ज करवाया।
कंगना ने इस मामले को रद्द करने की मांग करते हुए पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। उनकी दलील थी कि उनका 'एक्स' पोस्ट अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के दायरे में आता है और इसमें मानहानि का कोई इरादा नहीं था।
हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई के बाद कंगना की याचिका को खारिज कर दिया। कोर्ट ने माना कि मानहानि का मामला प्रथम दृष्टया बनता है और इसे रद्द करने का कोई आधार नहीं है। इस फैसले के बाद कंगना को मुकदमे का सामना करना पड़ सकता है।
मोहिंदर कौर के वकील ने कहा कि यह फैसला न केवल उनके लिए, बल्कि उन सभी के लिए महत्वपूर्ण है जो सोशल मीडिया पर गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियों से प्रभावित होते हैं।
किसान आंदोलन के दौरान कंगना रनौत ने सोशल मीडिया पर दो तस्वीरें साझा करते हुए विवादित टिप्पणी की थी। आंदोलन में शामिल लोगों को उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय साजिश का हिस्सा बताया था।
बठिंडा में ही नहीं, कंगना रनौत के विवादित बयान के कारण कई अन्य स्थानों पर भी उनके खिलाफ कानूनी शिकायतें दर्ज कराई गई थीं। बुलंदशहर और आगरा की कोर्ट में किसानों ने महिलाओं के अपमान का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था।