क्या कांवड़ यात्रा के दौरान नमो भारत की फ्रीक्वेंसी बढ़ाई गई है?

सारांश
Key Takeaways
- नमो भारत ट्रेन की फ्रीक्वेंसी बढ़ाई गई है।
- कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
- सुरक्षा के लिए ट्रैफिक मार्शल तैनात किए गए हैं।
- सड़कों पर निर्माण गतिविधियों पर रोक रहेगी।
- श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है।
गाजियाबाद, 10 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। सावन के इस पावन महीने में बड़ी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार से कांवड़ लाने के लिए यात्रा करते हैं। दिल्ली-मेरठ और इसके आसपास के क्षेत्र से श्रद्धालुओं का बड़ा समूह हर साल इस यात्रा में शामिल होता है। इस बार 11 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो रहा है। ऐसे में यात्रियों और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एनसीआरटीसी (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम) ने नमो भारत ट्रेन की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने का निर्णय लिया है।
11 जुलाई से न्यू अशोक नगर और मेरठ साउथ के बीच चलने वाले कॉरिडोर पर नमो भारत ट्रेन की फ्रीक्वेंसी 15 मिनट के बजाय 10 मिनट के अंतराल पर होगी। यह सुविधा सुबह 8 से 11 बजे और शाम 5 बजे से 8 बजे तक उपलब्ध होगी।
यह सेमी हाई स्पीड ट्रेन वर्तमान में 11 स्टेशनों के बीच 55 किलोमीटर के क्षेत्र में चल रही है, जिसमें यात्रियों की संख्या 1.25 करोड़ से अधिक हो गई है। कांवड़ यात्रा के दौरान दिल्ली से हरिद्वार तक सड़कों पर वाहनों का दबाव बढ़ जाता है, जिसके कारण मेरठ में भारी वाहनों और बसों का प्रवेश कुछ समय के लिए बंद कर दिया जाता है। इस प्रकार, नमो भारत की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने से मेरठ और आस-पास के लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी।
मेरठ में इस समय नमो भारत और मेरठ मेट्रो से जुड़े कार्य भी चल रहे हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सहयोग के लिए एनसीआरटीसी सभी आवश्यक कदम उठा रही है। मेरठ में साइट्स और स्टेशनों को सुरक्षित रखने के साथ-साथ श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
यातायात प्रबंधन के तहत प्रमुख स्थलों पर एनसीआरटीसी की ओर से ट्रैफिक मार्शल तैनात किए जा रहे हैं। सभी स्टेशनों और उनके आसपास पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की जा रही है। नमो भारत अलाइनमेंट से गुजरने वाली सड़कों पर गड्ढों और क्षतिग्रस्त हिस्सों की मरम्मत की जा रही है और बाकी कार्य भी पूरा किया जा रहा है।
इस दौरान सड़कों पर निर्माण गतिविधियों पर रोक रहेगी, विशेषकर भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में। स्टेशन के पास या साइट के आसपास वाहनों की पार्किंग नहीं की जाएगी।