क्या करनाल के कैफे और स्पा सेंटर पर पुलिस का छापा हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- करनाल में पुलिस ने कैफे और स्पा सेंटर पर छापा मारा।
- नाबालिग लड़की की शिकायत के बाद कार्रवाई की गई।
- दो वयस्कों को हिरासत में लिया गया।
- अनैतिक गतिविधियों को रोकने के लिए पुलिस की कार्रवाई जारी रहेगी।
- मकान मालिकों को सलाह दी गई कि वे जांच करें।
करनाल, 8 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा के करनाल जिले में सोमवार को पुलिस और हरियाणा राज्य बाल संरक्षण अधिकार आयोग की सदस्य मीना कुमारी ने विभिन्न कैफे और स्पा सेंटरों पर छापा मारा। इस कार्रवाई में बाल कल्याण समिति की टीम भी उनके साथ थी।
सिविल लाइन के एसएचओ रामलाल ने बताया कि यह कार्रवाई एक नाबालिग लड़की की शिकायत पर की गई। शिकायत में कहा गया था कि वह लड़की 5-6 महीने की गर्भवती थी और उसके साथ कैफे के केबिन में अनुचित गतिविधियां हुई थीं।
उन्होंने कहा कि इस शिकायत के आधार पर टीम ने करनाल के मुगल कैनाल स्थित एक हेलो कैफे पर छापा मारा। वहां से पुलिस ने एक लड़के और एक लड़की को हिरासत में लिया है। दोनों वयस्क हैं और उनसे पूछताछ की जा रही है। इस कैफे को फिलहाल बंद कर दिया गया है और पुलिस की आगे की कार्रवाई जारी रहेगी।
रामलाल ने बताया कि शहर में कई ऐसे कैफे और स्पा सेंटर चल रहे हैं जहां अनैतिक गतिविधियां हो रही हैं। स्पा सेंटरों में छोटे-छोटे केबिन बनाकर अनुचित काम किया जा रहा है, जबकि कैफे के केबिन में स्कूल और कॉलेज के छात्र पढ़ाई छोड़कर इन गतिविधियों में संलग्न हो रहे हैं, जिसका समाज पर नकारात्मक असर पड़ रहा है।
इस बीच, पुलिस की एक टीम ने सुपर मॉल के एक स्पा सेंटर में भी छापा मारा, लेकिन वहां से अभी तक कुछ भी नहीं मिला है। पुलिस ने कहा कि इस तरह की अनुचित गतिविधियों को रोकने के लिए आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।
एसएचओ रामलाल ने बताया कि पुलिस की चार टीमें बनाई गई थीं, जो विभिन्न स्थानों पर छापे मार रही हैं। इससे पहले भी छापेमारी कर स्पा सेंटर और कैफे को बंद कराया गया था और यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। जो लोग भी इसमें संलग्न होंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कैफे में पकड़े गए लड़के और लड़की के बारे में उन्होंने बताया कि उनसे पूछताछ की जा रही है। वे यहां कैसे और क्यों आए थे, उनके दस्तावेजों की भी जांच की जा रही है। आगे की कार्रवाई जारी रहेगी।
एसएचओ रामलाल ने मकान मालिकों को सलाह दी कि वे ऐसे लोगों को दुकान रेंट पर न दें, और दुकान देने से पहले सभी चीजों की जांच कर लें। अगर दुकान में कुछ अनुचित गतिविधियां पाई गईं तो उनसे भी पूछताछ की जा सकती है।