क्या कर्नाटक में कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष लिंगराज कन्नी की गिरफ्तारी ने राजनीति में उथल-पुथल मचा दी?

सारांश
Key Takeaways
- लिंगराज कन्नी की गिरफ्तारी ने कर्नाटक की राजनीति में हलचल मचाई है।
- कांग्रेस ने उन्हें तुरंत पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
- भाजपा ने इस मामले पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
- पुलिस जांच जारी है और अन्य संदिग्धों की भूमिका पर भी ध्यान दिया जा रहा है।
बेंगलुरु, 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। कलबुर्गी दक्षिण ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष लिंगराज कन्नी को ड्रग तस्करी के मामले में महाराष्ट्र के कल्याण पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया, जिसके फलस्वरूप उन्हें तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। इस गिरफ्तारी ने कर्नाटक की राजनीति में एक नया विवाद उत्पन्न किया है।
लिंगराज कन्नी, जो कलबुर्गी दक्षिण ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष हैं, को महाराष्ट्र की कल्याण पुलिस ने ड्रग तस्करी के आरोप में पकड़ा है। इस गंभीर मामले के बाद, कलबुर्गी जिला कांग्रेस अध्यक्ष जगदेव गुट्टेदार ने उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से तुरंत निष्कासित कर दिया।
यह घटना कर्नाटक में राजनीतिक हलचल का कारण बन गई है, क्योंकि कन्नी को कर्नाटक के ग्रामीण विकास, पंचायती राज, आईटी और बीटी मंत्री प्रियांक खड़गे का करीबी सहयोगी माना जाता है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता तुहिन सिन्हा ने इस गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "लिंगराज कन्नी, कलबुर्गी दक्षिण ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष, को महाराष्ट्र में ड्रग तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह बहुत गंभीर मामला है, क्योंकि कन्नी को प्रियांक खड़गे का करीबी माना जाता है और कलबुर्गी खड़गे परिवार का गढ़ है।"
भाजपा नेता अमित मालवीय ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "क्या मल्लिकार्जुन खड़गे अब अपनी चुप्पी तोड़ेंगे? या कांग्रेस हमेशा की तरह अपने लोगों को बचाएगी? प्रियांक खड़गे के करीबी सहयोगी के ड्रग तस्करी में पकड़े जाने से उनकी मुश्किलें बढ़ रही हैं।"
गौरतलब है कि कन्नी 2023 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस में शामिल हुए थे, जबकि वे पहले भाजपा से जुड़े थे। पुलिस का कहना है कि जांच अभी जारी है, और वे इस मामले में अन्य संदिग्धों की भूमिका की भी पड़ताल कर रही हैं।