क्या तमिलनाडु के करूर भगदड़ हादसे की जांच के लिए हेमा मालिनी का नेतृत्व एनडीए दल कर रहा है?

सारांश
Key Takeaways
- करूर भगदड़ में 41 लोगों की जान गई।
- एनडीए दल हेमा मालिनी के नेतृत्व में जांच कर रहा है।
- मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों के लिए 10 लाख का मुआवजा घोषित किया।
- टीवीके प्रमुख विजय ने भी मुआवजा घोषित किया।
- जांच आयोग ने घटनास्थल का दौरा किया।
चेन्नई, 29 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु के करूर जिले में अभिनेता से राजनेता बने विजय की तमिलागा वेत्री कझगम (टीवीके) की रैली में हुई भगदड़ ने पूरे देश को गहरे सदमे में डाल दिया है। इस दुर्घटना में अब तक 41 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें 18 महिलाएं, 9 बच्चे और 13 पुरुष शामिल हैं। इस हादसे की जांच के लिए मंगलवार को हेमा मालिनी के नेतृत्व में एनडीए टीम का दौरा होना है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुए 8 सदस्यीय एनडीए प्रतिनिधिमंडल का गठन किया है। हेमा मालिनी के नेतृत्व में यह टीम मंगलवार को सुबह 9:30 बजे कोयंबटूर एयरपोर्ट पर पहुंचने वाली है। इस टीम में अनुराग ठाकुर, तेजस्वी सूर्या, ब्रज लाल, शिवसेना के श्रीकांत शिंदे, अपराजिता सारंगी, रेखा शर्मा और टीडीपी के पुट्टा महेश कुमार शामिल हैं। पहुंचने पर टीम मीडिया को संबोधित करेगी, घटनास्थल का दौरा करेगी, मृतकों के परिवारों से मिलेगी और अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन समेत अनेक राजनेताओं ने इस हादसे पर दुख प्रकट किया है। केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, एल. मुरुगन और तमिलनाडु भाजपा प्रमुख नैनार नागेंद्रन ने पहले ही प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर ली है।
करूर हादसे में 41 लोगों की जान गई है और लगभग 100 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर है। यह घटना 27 सितंबर को वेलुसाम्यपुरम में करूर-ईरोड हाईवे पर हुई, जहां अनुमति से अधिक समर्थक जुट गए थे। विजय को देखने के उत्साह में भीड़ ने स्टेज की ओर बढ़ते हुए भगदड़ मचा दी। तमिलनाडु सरकार ने पूर्व न्यायाधीश अरुणा जगदीश की अध्यक्षता में एक सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया है, जो पहले ही घटनास्थल का दौरा कर चुका है।
मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपए और घायलों को 1 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की है। वहीं, टीवीके प्रमुख विजय ने इसे अपूरणीय क्षति बताते हुए मृतकों के परिजनों को 20 लाख और घायलों को 2 लाख रुपए देने का ऐलान किया है। उन्होंने मद्रास हाईकोर्ट में डीएमके पर साजिश का आरोप लगाते हुए सीबीआई या एसआईटी जांच की मांग की। पुलिस ने टीवीके के जनरल सेक्रेटरी 'बुशी' आनंद और दो अन्य पर एफआईआर दर्ज की है, जिसमें भीड़ प्रबंधन में लापरवाही का आरोप लगाया गया है।