क्या वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भूस्खलन से श्रद्धालु की मौत हुई?

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क्या वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भूस्खलन से श्रद्धालु की मौत हुई?

सारांश

जम्मू-कश्मीर में माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भूस्खलन की घटना ने श्रद्धालुओं में दहशत फैला दी। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शोक प्रकट किया। क्या यह हादसा मौसम की बेरुखी का परिणाम है?

Key Takeaways

  • भूस्खलन ने श्रद्धालुओं में दहशत फैलाई।
  • उपराज्यपाल ने घायलों के लिए सहायता का आश्वासन दिया।
  • मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी पहले ही जारी की थी।
  • स्थानीय प्रशासन ने राहत कार्य शुरू कर दिए हैं।
  • अमरनाथ यात्रा भी प्रभावित हुई थी, जिससे कई श्रद्धालु परेशान हुए।

कटरा, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर के कटरा में स्थित माता वैष्णो देवी भवन मार्ग पर सोमवार सवेरे एक बड़ा हादसा घटित हुआ। बाणगंगा के निकट तेज बारिश के कारण अचानक भूस्खलन हो गया, जिससे कई श्रद्धालु मलबे में फंस गए। इस घटना में एक श्रद्धालु की जान चली गई जबकि अनेक अन्य घायल हुए हैं।

पहाड़ों पर लगातार हो रही भारी बारिश के कारण यह दुर्घटना हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, बाणगंगा क्षेत्र में अचानक पहाड़ से बड़े-बड़े पत्थर और मलबा गिरने से यात्रियों में घबराहट फैल गई। इस दौरान कई श्रद्धालु फंस गए। भूस्खलन के बाद घटनास्थल पर तुरंत राहत और बचाव कार्य प्रारंभ कर दिया गया। स्थानीय प्रशासन, पुलिस और श्राइन बोर्ड की टीमें मलबा हटाने और घायलों को अस्पताल पहुंचाने में जुटी हुई हैं। मौसम विभाग ने पहले से ही भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी थी।

इस दुखद घटना पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उपराज्यपाल कार्यालय ने सोशल मीडिया पर मनोज सिन्हा के हवाले से एक पोस्ट में लिखा, "मैं श्री माता वैष्णो देवी श्राइन पर हुए दुर्भाग्यपूर्ण भूस्खलन हादसे से अत्यंत दुखी हूं, जिसमें एक श्रद्धालु की जान चली गई। घायल यात्रियों को सर्वोत्तम चिकित्सकीय सुविधा और हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। मैं स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हूं।"

हादसे के बाद आवागमन को कुछ समय के लिए रोक दिया गया। हालांकि, प्रशासन की ओर से इस संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।

इससे पहले, 16 जुलाई को अमरनाथ यात्रा प्रभावित हुई थी। भारी बारिश के कारण सड़क पर काफी मलबा बहकर आ गया था, जिससे कई श्रद्धालुओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। भारतीय सेना के अनुसार, बड़ी संख्या में यात्री फंसे रह गए थे। स्थिति को देखते हुए अमरनाथ यात्रा को रोक दिया गया था।

Point of View

यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या हम प्राकृतिक आपदाओं के प्रति बेहतर तैयारी कर रहे हैं। हमें सरकार और प्रशासन की ओर से अधिक सक्रियता की आवश्यकता है, ताकि ऐसे हादसों को रोका जा सके।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

भूस्खलन कब हुआ?
यह भूस्खलन 21 जुलाई को सुबह हुआ।
क्या इस घटना में कोई घायल हुआ?
हाँ, इस हादसे में कई श्रद्धालु घायल हुए हैं।
उपराज्यपाल ने इस पर क्या प्रतिक्रिया दी?
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया और घायलों को सहायता देने के निर्देश दिए।
क्या प्रशासन ने कोई आधिकारिक बयान जारी किया?
अभी तक प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
क्या इससे पहले भी ऐसी घटनाएँ हुई हैं?
हाँ, इससे पहले 16 जुलाई को अमरनाथ यात्रा भी भारी बारिश के कारण प्रभावित हुई थी।