क्या केदारनाथ हेलीकॉप्टर क्रैश पर पीएम मोदी ने सीएम धामी से बात की?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी ने केदारनाथ हेलीकॉप्टर हादसे पर संवेदना व्यक्त की।
- सभी ७ लोग इस हादसे में मारे गए।
- मुख्यमंत्री धामी ने उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन करने का निर्देश दिया।
- हेलीकॉप्टर सेवाओं के संचालन के लिए सख्त एसओपी तैयार करने के निर्देश दिए गए।
- जिला प्रशासन को परिजनों से संपर्क कर उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए।
नई दिल्ली, १५ जून (राष्ट्र प्रेस)। तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में साइप्रस पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से केदारनाथ हेलीकॉप्टर हादसे के संबंध में फोन पर बात की और इस घटना की पूरी जानकारी प्राप्त की।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दर्दनाक हादसे में जान गंवाने वालों के प्रति अपनी संवेदनाएँ व्यक्त कीं। उन्होंने मृतकों के परिवारों को इस कठिन समय में धैर्य और शक्ति प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन भी दिया। मुख्यमंत्री धामी ने पीएम को बताया कि घटना के बाद तत्काल उच्च स्तरीय बैठक की गई। दुर्घटना के कारणों की गहन जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया जा रहा है। इसके साथ ही बेहतर समन्वय और त्वरित कार्रवाई के लिए कमांड एंड को-ऑर्डिनेशन सेंटर की स्थापना की जाएगी।
रविवार को उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग के गौरीकुंड क्षेत्र में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें सभी ७ लोग मारे गए। हेलीकॉप्टर ने सुबह ५:१७ बजे गुप्तकाशी के लिए उड़ान भरी थी और केदारनाथ से यात्रियों को लेकर लौट रहा था।
इससे पहले, सीएम धामी ने केदारनाथ हादसे को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक वर्चुअल उच्च स्तरीय बैठक की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि सोमवार तक चारधाम के लिए हेली सेवा पूर्ण रूप से बंद रहेगी और पायलटों के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में उड़ान अनुभवों की जांच की जाएगी।"
उन्होंने आगे कहा, "अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि प्रदेश में हेली सेवाओं के संचालन के लिए सख्त एसओपी तैयार करें और हेली उड़ानों के बेहतर समन्वय के लिए देहरादून में कॉमन कमांड और को-ऑर्डिनेशन सेंटर स्थापित किया जाए।"
उन्होंने यह भी कहा, "बैठक के दौरान रुद्रप्रयाग में दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर के संबंध में उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। किसी भी स्तर पर लापरवाही बरती गई है, तो उसे चिन्हित कर दंडात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।"
जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग को निर्देश दिया गया है कि वे दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों से संपर्क कर उनके पार्थिव शरीर को संबंधित राज्यों में भेजने की उचित व्यवस्था करें।