क्या केदारनाथ हेलीकॉप्टर दुर्घटना ने हमें एक बार फिर सोचने पर मजबूर किया?

सारांश
Key Takeaways
- हेलीकॉप्टर दुर्घटना में 7 लोगों की जान गई।
- मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
- दुर्घटना के बाद हेलीकॉप्टर सेवाएं निलंबित की गईं।
- तकनीकी समिति का गठन किया गया है।
- पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता।
मुंबई, 15 जून (राष्ट्र प्रेस)। केदारनाथ हेलीकॉप्टर दुर्घटना पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गहरा दुख व्यक्त किया है और शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना जाहिर की है। इस दुर्घटना में कई महाराष्ट्र के श्रद्धालु भी शामिल थे।
केदारनाथ धाम से गुप्तकाशी के लिए उड़ान भरने वाला आर्यन एविएशन का एक हेलीकॉप्टर गौरीकुंड के जंगलों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे पायलट सहित 7 लोगों की जान चली गई। दुर्घटना के तुरंत बाद चारधाम क्षेत्र में हेलीकॉप्टर सेवाओं को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया गया है।
सीएम फडणवीस ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "आज सुबह उत्तराखंड के गौरीकुंड के पास केदारनाथ से गुप्तकाशी जाते समय हेलीकॉप्टर दुर्घटना में यात्रियों की मौत हो गई, जिससे मुझे गहरा दुख पहुंचा है। पीड़ितों में महाराष्ट्र के श्रद्धालु भी शामिल हैं। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। हम सभी प्रभावित लोगों के साथ एकजुटता से खड़े हैं।"
वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी एक्स पर लिखा, "दुख की बात है कि आज सुबह उत्तराखंड के केदारनाथ-गौरीकुंड-गुप्तकाशी क्षेत्र से एक और नागरिक त्रासदी की खबर सामने आई है, विमान में एक बच्चे और पायलट सहित 7 लोग सवार थे।"
हेलिकॉप्टर ने सुबह 5:17 बजे गुप्तकाशी के लिए उड़ान भरी थी और केदारनाथ से यात्रियों को लेकर लौट रहा था, तभी केदारनाथ घाटी में खराब मौसम के कारण यह रास्ता भटक गया। अधिकारियों ने पुष्टि की कि क्षेत्र में मौसम बहुत खराब था, जिसके कारण हेलीकॉप्टर अपना रास्ता भटक गया।
दुर्घटना के बाद मुख्यमंत्री धामी ने मुख्य सचिव को तकनीकी विशेषज्ञों की एक समिति गठित करने के निर्देश दिए। यह समिति हेली संचालन के सभी सुरक्षा और तकनीकी पहलुओं की गहन समीक्षा करेगी और नई एसओपी का मसौदा तैयार करेगी। यह सुनिश्चित करेगी कि हेलीकॉप्टर सेवाएं पूर्ण सुरक्षा, पारदर्शिता और निर्धारित मानदंडों के अनुरूप संचालित हों।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य में पूर्व के हेलीकॉप्टर हादसों की जांच के लिए पहले से गठित उच्च स्तरीय समिति अब आज की दुर्घटना की भी जांच करेगी। समिति इन घटनाओं के सभी पहलुओं की गहराई से जांच करेगी, किसी भी लापरवाही की पहचान करेगी और जिम्मेदार व्यक्तियों या एजेंसियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की सिफारिश करेगी।