क्या कीर स्टार्मर का मुंबई दौरा भारत-ब्रिटेन संबंधों के लिए महत्वपूर्ण है?

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क्या कीर स्टार्मर का मुंबई दौरा भारत-ब्रिटेन संबंधों के लिए महत्वपूर्ण है?

सारांश

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर का भारत दौरा क्या नए व्यापारिक संबंधों की शुरुआत करेगा? जानिए इस यात्रा के मुख्य उद्देश्य और संभावित प्रभावों के बारे में।

Key Takeaways

  • कीर स्टार्मर का यह पहला भारत दौरा है।
  • भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने का प्रयास।
  • प्रतिनिधिमंडल में प्रमुख उद्योगों के सीईओ शामिल हैं।
  • ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में दोनों नेताओं की भागीदारी।
  • दस वर्षीय योजना के तहत कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान।

नई दिल्ली, ८ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर दो दिवसीय यात्रा पर भारत आए हैं। बुधवार की सुबह मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर महाराष्ट्र के गवर्नर आचार्य देवव्रत ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे भी उपस्थित थे।

यह पीएम स्टार्मर की ब्रिटेन का पदभार संभालने के बाद पहली भारत यात्रा है। डाउनिंग स्ट्रीट के ऑफिस नंबर १० ने इसे 'मुंबई के लिए दो दिवसीय व्यापार मिशन' बताया है।

इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापारिक संबंधों को प्रगाढ़ करना और रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा देना है।

ज्ञात हो कि इससे पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन का दौरा किया था। जुलाई २०२५ में पीएम मोदी ब्रिटेन पहुंचे थे, जिसके कुछ महीनों बाद अब ब्रिटेन के पीएम का भारत दौरा हो रहा है। पीएम मोदी के ब्रिटेन दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच लंबे समय से चर्चा में रहे व्यापार समझौते पर सहमति बनी थी।

अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ के बीच पीएम स्टार्मर की यात्रा को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। भारत के विदेश मंत्रालय के अनुसार, दोनों नेता विजन 2035 रोडमैप के अनुसार 'भारत-यूके व्यापक रणनीतिक साझेदारी के विभिन्न पहलुओं में प्रगति' की समीक्षा करेंगे।

यह दस वर्षीय योजना व्यापार और निवेश, नवाचार, रक्षा, जलवायु, स्वास्थ्य, शिक्षा और लोगों के बीच संबंधों जैसे प्रमुख स्तंभों पर केंद्रित होगी। पीएम स्टार्मर के साथ उनका एक प्रतिनिधिमंडल भी आया है, जिसमें प्रमुख ब्रिटिश उद्योगों के सीईओ और वरिष्ठ अधिकारी, साथ ही प्रमुख विश्वविद्यालयों और संस्थानों के प्रतिनिधि शामिल हैं। इसके अलावा ब्रिटेन के व्यापार और व्यवसाय मंत्री पीटर काइल और निवेश मंत्री जेसन स्टॉकवुड भी भारत दौरे पर हैं।

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "दोनों नेता भारत-ब्रिटेन व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौते (सीईटीए) द्वारा प्रस्तुत अवसरों पर व्यवसायों और उद्योग जगत के नेताओं के साथ चर्चा करेंगे, जो भविष्य की भारत-ब्रिटेन आर्थिक साझेदारी का एक केंद्रीय स्तंभ है। वे क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।"

कीर स्टार्मर और पीएम मोदी मुंबई में आयोजित हो रहे ग्लोबल फिनटेक फेस्ट के छठे संस्करण में शामिल हो सकते हैं। इस मंच से दोनों नेता दुनिया भर के नीति निर्माताओं, उद्योग जगत के नेताओं और नवप्रवर्तकों के साथ बातचीत करेंगे।

विदेश मंत्रालय के अनुसार, "यह यात्रा २३-२४ जुलाई २०२५ को प्रधानमंत्री मोदी की ब्रिटेन यात्रा में हुई प्रगति को आगे बढ़ाएगी। यह भारत और यूनाइटेड किंगडम के एक दूरदर्शी साझेदारी बनाने के साझा दृष्टिकोण की पुष्टि करने का एक मूल्यवान अवसर प्रदान करेगी।"

Point of View

यह यात्रा भारत और ब्रिटेन के बीच सहयोग बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। वैश्विक व्यापार में प्रतिस्पर्धा को देखते हुए यह दौरा दोनों देशों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
NationPress
08/10/2025

Frequently Asked Questions

कीर स्टार्मर का भारत दौरा कब हुआ?
कीर स्टार्मर का भारत दौरा 8 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ।
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत करना और रणनीतिक सहयोग को बढ़ाना है।
क्या पीएम स्टार्मर के साथ कोई प्रतिनिधिमंडल आया है?
जी हां, पीएम स्टार्मर के साथ एक प्रतिनिधिमंडल भी आया है जिसमें प्रमुख ब्रिटिश उद्योगों के सीईओ और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।
ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में पीएम स्टार्मर और पीएम मोदी की क्या भूमिका होगी?
दोनों नेता ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में शामिल होकर नीति निर्माताओं और उद्योग जगत के नेताओं के साथ बातचीत करेंगे।
भारत-यूके संबंधों में इस यात्रा का क्या महत्व है?
यह यात्रा भारत-यूके संबंधों में एक नई दिशा देने का अवसर है, खासकर व्यापार और निवेश के क्षेत्रों में।