क्या केंद्र सरकार ने मणिपुर में एनएच-2 खोलने के लिए समझौता किया?

सारांश
Key Takeaways
- एनएच-2 का पुनः खोलना मणिपुर की अर्थव्यवस्था में सुधार लाएगा।
- सरकार ने शांति बहाल करने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं।
- यह समझौता समुदायों के बीच संवाद को बढ़ावा देगा।
इंफाल, 5 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय राजमार्ग-2 (एनएच-2) को फिर से खोलने के लिए कूकी-जो काउंसिल (केजेडसी) और केंद्र सरकार के बीच एक समझौता हुआ है। यह महत्वपूर्ण राजमार्ग मणिपुर को नगालैंड और अन्य पूर्वोत्तर क्षेत्रों से जोड़ता है। मणिपुर के मुख्य सचिव डॉ. पुनीत कुमार गोयल ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की।
इंफाल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए गोयल ने कहा, "सरकार ने मणिपुर में शांति और सामान्य स्थिति स्थापित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं।" उन्होंने आश्वासन दिया कि राजमार्ग पर वाहनों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने और प्रभावित क्षेत्रों में स्थिरता बनाए रखने के लिए सुरक्षा उपाय, संवाद प्रक्रिया और हितधारकों के साथ समन्वय सक्रिय रूप से किया जा रहा है। यह कदम मई 2023 में शुरू हुए मणिपुर के जातीय संघर्ष के बाद सामान्य स्थिति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिसने आपूर्ति और वाहनों की आवाजाही को प्रभावित किया था।
डॉ. गोयल ने इसी दिन इंफाल के सिटी कन्वेंशन सेंटर, पैलेस कंपाउंड में आयोजित राज्य स्तरीय शिक्षक दिवस समारोह 2025 में शिक्षकों की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा, "शिक्षक न केवल ज्ञान के संवाहक हैं, बल्कि चरित्र, करुणा और साहस के मार्गदर्शक भी हैं। वे हमारे विविध समाज में सद्भाव के निर्माता और शांति के संवर्धक हैं।"
यह कार्यक्रम शिक्षा विभाग (स्कूल), उच्च एवं तकनीकी शिक्षा, एससीईआरटी और प्रौढ़ शिक्षा, मणिपुर सरकार द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था। मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. गोयल ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विजन को साकार करने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
उन्होंने घारी उच्च प्राथमिक विद्यालय के माचा सना को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2025, आठ राज्य शिक्षक पुरस्कार विजेताओं और मणिपुर राज्य शैक्षिक उत्कृष्टता पुरस्कार 2025 से सम्मानित आठ महाविद्यालयों को बधाई दी। इस अवसर पर शिक्षकों से समाज में शांति और एकता को बढ़ावा देने का आह्वान किया गया।