क्या केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 13 अक्टूबर को जेईसीसी सीतापुरा में प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- अमित शाह का जयपुर दौरा महत्वपूर्ण है।
- प्रदर्शनी में नए आपराधिक कानूनों को प्रदर्शित किया जाएगा।
- प्रदर्शनी 18 अक्टूबर तक खुली रहेगी।
- कानूनों के लाभों को उजागर करने का उद्देश्य।
- सरकार की न्याय प्रणाली में सुधार की प्रतिबद्धता।
जयपुर, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 13 अक्टूबर को राजस्थान की राजधानी जयपुर में उपस्थित रहेंगे। वे सीतापुरा स्थित जेईसीसी में नए आपराधिक कानूनों पर प्रस्तावित प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे।
डीजी सिविल राइट मालिनी अग्रवाल ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि 13 अक्टूबर को केंद्रीय गृह मंत्री का जयपुर दौरा निर्धारित है। उन्होंने बताया कि नए आपराधिक कानूनों को लागू हुए एक वर्ष हो गया है।
इन कानूनों के प्रावधानों और आम आदमी को मिलने वाली राहत को उजागर करने के लिए केंद्रीय मंत्री 13 अक्टूबर को जेईसीसी सीतापुरा में एक प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे। उद्घाटन के बाद, यह प्रदर्शनी 18 अक्टूबर तक प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक जनता के लिए खुली रहेगी।
इस आयोजन के माध्यम से, नए कानूनों के प्रावधानों और लाभों को प्रदर्शित करने के लिए विभिन्न प्रदर्शनों, प्रदर्शनों, पोस्टरों और दृश्य-श्रव्य माध्यमों का उपयोग किया जाएगा।
इससे पहले गुरुवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने केंद्रीय गृह मंत्री के प्रस्तावित जयपुर दौरे की तैयारियों को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को परस्पर समन्वय स्थापित करते हुए संबंधित व्यवस्थाओं को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि देश में भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता तथा भारतीय साक्ष्य अधिनियम के लागू होने के बाद आपराधिक न्याय प्रणाली में सकारात्मक बदलाव आया है। इन तीन नवीन कानूनों के एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में जेईसीसी, सीतापुरा में आयोजित होने वाली छह दिवसीय राज्य स्तरीय प्रदर्शनी का 13 अक्टूबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह उद्घाटन करेंगे।
उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग अपनी तय जिम्मेदारियों के अनुसार काम कर प्रदर्शनी का सफल आयोजन एवं आधिकारिक आमजन की सहभागिता सुनिश्चित करें।
इस दौरान मुख्य सचिव सुधांशु पंत, पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार शर्मा सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।