क्या खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स वैश्विक स्तर के चैंपियन खिलाड़ियों को तैयार करेगा? - डॉ. मनसुख मांडविया

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क्या खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स वैश्विक स्तर के चैंपियन खिलाड़ियों को तैयार करेगा? - डॉ. मनसुख मांडविया

सारांश

खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का आयोजन वैश्विक स्तर पर चैंपियन खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह आयोजन राजस्थान के सात शहरों में होगा, जिसमें 5000 एथलीट भाग लेंगे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवा प्रतिभाओं को पहचानना और उन्हें एक राष्ट्रीय मंच प्रदान करना है।

Key Takeaways

  • खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स युवा प्रतिभाओं को एक राष्ट्रीय मंच प्रदान करता है।
  • इस आयोजन में 5000 से अधिक एथलीट भाग लेंगे।
  • राजस्थान के सात शहरों में यह आयोजन किया जाएगा।
  • डॉ. मनसुख मांडविया का कहना है कि यह वैश्विक चैंपियन बनाने में मदद करेगा।
  • इस बार 24 विभिन्न खेलों में प्रतियोगिताएं होंगी।

जयपुर, 23 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का पांचवां संस्करण 24 नवंबर से राजस्थान में आरंभ होने जा रहा है। यह आयोजन 5 दिसंबर तक चलेगा। कार्यक्रम राजस्थान के सात शहरों - जयपुर, उदयपुर, जोधपुर, कोटा, अजमेर, भरतपुर और बीकानेर में आयोजित किया जाएगा। खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा है कि यह आयोजन वैश्विक स्तर पर चैंपियन खिलाड़ियों को विकसित करने में सहायक होगा। ओलंपियन तैराक श्रीहरि नटराज और तीरंदाज भजन कौर इस कार्यक्रम के प्रमुख एथलीट हैं।

खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2025 का आयोजन स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई), राजस्थान सरकार और राजस्थान स्टेट स्पोर्ट्स काउंसिल के सहयोग से किया जा रहा है। यह पहली बार है जब राजस्थान इस कार्यक्रम की मेज़बानी करेगा। खेलो इंडिया युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय का एक प्रमुख इवेंट है जिसमें भारत के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों के एथलीट भाग लेते हैं। ये खेल एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज और नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन के सहयोग से भी आयोजित होते हैं। राजस्थान में पूर्णिमा यूनिवर्सिटी आयोजन की मेज़बान है।

इस आयोजन में 230 से अधिक विश्वविद्यालयों के लगभग 5000 एथलीट 24 विभिन्न खेलों में भाग लेंगे, जिसमें 23 पदक वाले खेलों और एक प्रदर्शन कार्यक्रम शामिल है। इस वर्ष कैनोइंग, कयाकिंग, साइकिलिंग और बीच वॉलीबॉल को शामिल किया गया है। इससे भारतीय विश्वविद्यालय खेलों की बढ़ती विविधता और लक्ष्य को दर्शाता है।

डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा, "खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स भारत के उभरते खेल प्रतिभाओं का एक अद्भुत उत्सव है। यह प्लेटफार्म बेहतरीन युवा एथलीटों को एक साथ लाता है जो समर्पण, अनुशासन और उत्कृष्टता का प्रदर्शन करते हैं। जैसे-जैसे भारत एशियन गेम्स 2026 और आगे होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स की ओर बढ़ रहा है, ये गेम्स ग्लोबल स्तर पर चैंपियन तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। खेलो इंडिया हर एथलीट को महान बनने का अवसर और समर्थन प्रदान करता है। हम उनकी उम्मीदों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"

राजस्थान के खेल मंत्री और ओलंपिक पदक विजेता कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा, "राजस्थान में होने वाले खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में कई शीर्ष एथलीट भाग लेंगे। इनमें दो बार के ओलंपियन तैराक श्रीहरि नटराज और ओलंपियन भजन कौर, परनीत कौर, एशियन गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता और वर्ल्ड चैंपियन कंपाउंड तीरंदाज अदिति गोपीचंद स्वामी जैसे कई अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज शामिल हैं। जैन यूनिवर्सिटी के नटराज छह तैराकी इवेंट्स में भाग लेंगे। यह उनका 2022 संस्करण के बाद दूसरा खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स होगा। आने वाले तैराकों के लिए एक बेहतरीन प्लेटफार्म है। कई लोग एशियन स्तर पर तैराकी कर रहे हैं और मैं उन्हें चुनौती देने के लिए उत्सुक हूं। मुझे लगता है कि खेल मंत्रालय द्वारा चलाए जा रहे ये कार्यक्रम बहुत अच्छे हैं और एथलीटों को इनका पूरा लाभ उठाना चाहिए।"

उन्होंने कहा, "हर युवा में कोई न कोई प्रतिभा होती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दृष्टिकोण है कि ऐसे युवाओं को अपने काम में सुधार करने के अवसर मिलें। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स ऐसा ही प्लेटफार्म है जहां 5000 एथलीट ऐसे माहौल में प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं जहां कौशल सबसे महत्वपूर्ण है। पदक जीतना ही सब कुछ नहीं है। स्पोर्ट्स अच्छे नागरिक बनाने में भी मदद करते हैं।"

खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के पिछले संस्करण में, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी 66 पदक (28 स्वर्ण) के साथ शीर्ष पर रही थी। लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी और गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर क्रमशः नंबर 2 और 3 पर रहे। आठ खेलों में रिकॉर्ड बने और सभी एथलेटिक्स में।

लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, जो 267 एथलीटों का सबसे बड़ा समूह उतारेगी, फिर से शीर्ष तीन में स्थान बनाने के लिए तैयार है।

यूनिवर्सिटी के एक अधिकारी ने कहा, "हम हमेशा खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के लिए अच्छी तैयारी करते हैं और हमें उम्मीद है कि हम अपनी निरंतरता बनाए रख पाएंगे। मौसम के हालात अच्छे हैं और एथलीटों को ये परिस्थितियाँ पसंद आएंगी।"

जैन यूनिवर्सिटी, अपने तैराकों की टीम के साथ, पूल से मुख्य पदक जीतने की उम्मीद कर रही है। जैन यूनिवर्सिटी तैराकी को बढ़ावा दे रही है।

खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का उद्देश्य युवा प्रतिभाओं को पहचानना और उन्हें विकसित करना है, ताकि प्रतिस्पर्धा करने और सुधारने के लिए एक राष्ट्रीय प्लेटफार्म मिल सके।

Point of View

हम न केवल खेलों में प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देंगे, बल्कि युवा एथलीटों को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने में भी मदद करेंगे।
NationPress
26/11/2025

Frequently Asked Questions

खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स कब शुरू हो रहे हैं?
यह आयोजन 24 नवंबर से शुरू होगा और 5 दिसंबर तक चलेगा।
कितने विश्वविद्यालय इस आयोजन में भाग ले रहे हैं?
230 से अधिक विश्वविद्यालयों के एथलीट इस आयोजन में भाग लेंगे।
इस बार कौन से खेल शामिल हैं?
इस बार 24 विभिन्न खेलों में प्रतियोगिताएं होंगी, जिनमें कैनोइंग, कयाकिंग, और बीच वॉलीबॉल शामिल हैं।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इसका मुख्य उद्देश्य युवा प्रतिभाओं को पहचानना और उन्हें एक राष्ट्रीय मंच प्रदान करना है।
क्या कोई प्रमुख एथलीट इस आयोजन में भाग ले रहे हैं?
हाँ, ओलंपियन तैराक श्रीहरि नटराज और तीरंदाज भजन कौर जैसे प्रमुख एथलीट भाग ले रहे हैं।
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