क्या खुनमिंग में चीन-बांग्लादेश-पाकिस्तान त्रिपक्षीय उप विदेश मंत्रियों/विदेश सचिवों की बैठक सफल रही?

सारांश
Key Takeaways
- त्रिपक्षीय सहयोग का उद्देश्य आर्थिक विकास और लोगों की आजीविका में सुधार लाना है।
- साझा भविष्य के लिए समुदाय का निर्माण आवश्यक है।
- बैठक में जलवायु परिवर्तन और कृषि जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।
- तीनों देशों ने सच्चे बहुपक्षवाद का पालन करने की प्रतिबद्धता दिखाई।
- एक कार्य समूह का गठन किया जाएगा जो सहमति को लागू करेगा।
बीजिंग, 20 जून (राष्ट्र प्रेस)। 19 जून को चीन के युन्नान प्रांत की राजधानी खुनमिंग में चीन-बांग्लादेश-पाकिस्तान त्रिपक्षीय उप विदेश मंत्रियों/विदेश सचिवों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में चीनी उप विदेश मंत्री सुन वेइतोंग, बांग्लादेश के कार्यवाहक विदेश सचिव रुहुल आलम सिद्दीकी, और पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के एशिया-प्रशांत मामलों के सहायक सचिव सिद्दीकी शामिल हुए। पाकिस्तान की विदेश सचिव अमना बलूच ने वीडियो के माध्यम से पहले चरण में भाग लिया।
सुन वेइतोंग ने कहा कि चीनी सरकार पड़ोसी देशों के लिए साझा भविष्य वाले समुदाय के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। बांग्लादेश और पाकिस्तान, चीन के अच्छे पड़ोसी, मित्र और साझेदार हैं, और ये सभी बेल्ट एंड रोड के उच्च गुणवत्ता वाले संयुक्त निर्माण में महत्वपूर्ण साझेदार बने हुए हैं। इन तीनों देशों का राष्ट्रीय पुनरुत्थान और आधुनिकीकरण प्राप्त करने का लक्ष्य है, और सभी को एक शांतिपूर्ण और स्थिर वातावरण की आवश्यकता है। चीन, बांग्लादेश, और पाकिस्तान के बीच त्रिपक्षीय सहयोग तीनों देशों के लोगों के साझा हितों में है, जो क्षेत्र में शांति, स्थिरता, विकास और समृद्धि बनाए रखने के लिए अनुकूल है।
तीनों पक्षों ने चीन-बांग्लादेश-पाकिस्तान सहयोग पर व्यापक रूप से विचारों का आदान-प्रदान किया और अच्छे पड़ोसी, समानता और आपसी विश्वास, खुलेपन और समावेशिता, आम विकास और साझा जीत सहयोग के सिद्धांतों के आधार पर त्रिपक्षीय सहयोग पर सहमति व्यक्त की। त्रिपक्षीय सहयोग का मुख्य उद्देश्य आर्थिक विकास को बढ़ावा देना और लोगों की आजीविका में सुधार लाना है।
तीनों पक्षों ने उद्योग, व्यापार, महासागरों, जल संसाधन, जलवायु परिवर्तन, कृषि, मानव संसाधन, थिंक टैंक, स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कृति और युवा के क्षेत्रों में सहयोग परियोजनाओं को लागू करने पर सहमति व्यक्त की। इस त्रिपक्षीय बैठक में बनी सहमति को लागू करने के लिए एक कार्य समूह का गठन किया जाएगा। तीनों पक्षों ने इस बात पर जोर दिया कि चीन-बांग्लादेश-पाकिस्तान सहयोग सच्चे बहुपक्षवाद और खुले क्षेत्रवाद का पालन करता है और किसी तीसरे पक्ष को लक्षित नहीं करता है।
(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)