क्या 30 मिनट में तय होगा इंडिया ब्लॉक का मुख्यमंत्री चेहरा? : कांग्रेस सांसद मनोज कुमार

सारांश
Key Takeaways
- इंडिया ब्लॉक का मुख्यमंत्री चेहरे का चयन 30 मिनट में होगा।
- सीट बंटवारे में कोई समस्या नहीं है।
- कांग्रेस पार्टी सभी जातियों का समर्थन प्राप्त कर रही है।
- प्रधानमंत्री मोदी के दौरे पर केवल घोषणाएं होती हैं।
- बिहार में कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार की स्थिति गंभीर है।
नई दिल्ली, 20 जून (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में इंडिया ब्लॉक के मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर कांग्रेस सांसद मनोज कुमार ने स्पष्ट किया है कि सीएम फेस को लेकर इंडिया ब्लॉक में किसी भी प्रकार का विवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मामले में कोई जल्दबाजी नहीं है। इंडिया ब्लॉक के सभी नेता एक बैठक करेंगे और 30 मिनट में तय कर लेंगे कि हमारा सीएम कौन होगा।
कांग्रेस सांसद मनोज कुमार ने शुक्रवार को समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि इंडिया ब्लॉक में सीएम फेस को लेकर कोई दिक्कत नहीं है। यदि कहीं समस्या है, तो वह एनडीए में है। क्योंकि, चिराग पासवान ने बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। इसलिए, एनडीए को स्पष्ट करना चाहिए कि उनका सीएम फेस नीतीश कुमार हैं या फिर खुद को पीएम मोदी का हनुमान कहने वाले चिराग पासवान।
उन्होंने आगे कहा कि सीट बंटवारे को लेकर कोई विवाद नहीं है। सीट का बंटवारा हो चुका है। अलायंस के सभी लोग संतुष्ट हैं। कांग्रेस कहां से चुनाव लड़ेगी, इसके बारे में जल्द ही जानकारी दी जाएगी।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा एससी-एसटी को अधिक प्राथमिकता दिए जाने पर सवर्ण कांग्रेस के नेताओं में नाराजगी है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी सभी जातियों, धर्मों और समुदायों को साथ लेकर चलती है। अपने अनुभव के अनुसार, सभी वर्गों - महादलित, दलित, अति पिछड़ा वर्ग, पिछड़ा वर्ग और अन्य सभी सामाजिक समूहों के लोगों ने मुझे वोट देकर समर्थन दिया है। कांग्रेस को सभी जातियों, धर्मों और समुदायों का प्यार मिला है। मुझे नहीं पता कि ये रिपोर्ट कहां से आती हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी के भीतर विभिन्न जातियों, धर्मों और समुदायों के सभी नेता आपस में बहुत अच्छे से मिलते हैं। बिहार में इंडिया ब्लॉक की सरकार बनाने के लिए हम लोग प्रयासरत हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के सिवान दौरे पर कांग्रेस सांसद ने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है। जब-जब चुनाव आते हैं, तो इस प्रकार के दौरे पर घोषणाएं होती हैं। यह केवल घोषणाएं होती हैं, इससे अधिक कुछ नहीं होता है। बरसात के मौसम में बाढ़ की कई योजनाओं के बारे में पहले कहा गया। लेकिन, बाढ़ के दौरान बिहार की स्थिति क्या रहती है। बिहार में महंगाई चरम पर है। शिक्षा का स्तर खराब है। बिहार में पलायन हो रहा है। बिहार की जनता जान चुकी है कि यह केवल घोषणाएं हैं।
बिहार की कानून व्यवस्था पर राजद नेता तेजस्वी यादव के पोस्ट पर उन्होंने कहा कि मैंने भी सवाल पूछे हैं। पटना में आए दिन हत्याएं होती हैं। इसके लिए जिम्मेदार कौन है। मेरी लोकसभा क्षेत्र में थानेदार घूस लेते पकड़े जाते हैं। भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर है।