क्या भारत-पाकिस्तान मैच का प्रसारण और लाइव स्ट्रीमिंग नहीं होनी चाहिए?

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क्या भारत-पाकिस्तान मैच का प्रसारण और लाइव स्ट्रीमिंग नहीं होनी चाहिए?

सारांश

प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा पत्र, भारत-पाकिस्तान मैच के प्रसारण पर उठाए सवाल। क्या यह सही है कि हम आतंकवाद के खिलाफ खड़े होने के बजाय खेलों को प्राथमिकता दें? जानिए इस लेख में!

Key Takeaways

  • प्रियंका चतुर्वेदी ने भारत-पाकिस्तान मैच के प्रसारण का विरोध किया।
  • ऑपरेशन सिंदूर का महत्व।
  • खेल और राजनीति का संबंध।
  • भारत के नागरिकों की भावनाएं।
  • आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश।

नई दिल्ली, 22 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र से राज्यसभा सांसद और शिवसेना (यूबीटी) की वरिष्ठ नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव को एक पत्र लिखा। उन्होंने अपने पत्र को एक्स पर साझा करते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन इस बात से नाराज है कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत भारत सरकार के प्रयासों में उनका साथ रहा है और प्रधानमंत्री ने इस अभियान को जारी रखने का आह्वान किया है। ऐसे में पाकिस्तान के साथ किसी भी बातचीत को इस समर्थन के साथ विश्वासघात माना जाएगा।

उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि आप भारत प्रथम के सिद्धांत को अपनाएंगे और वही करेंगे, जो देश की सरकार से अपेक्षित है। भारत-पाक मैच की लाइव स्ट्रीमिंग और प्रसारण को रोकने के लिए मैंने सूचना एवं प्रसारण मंत्री और आईटी को पत्र लिखा है।

प्रियंका चतुर्वेदी ने पत्र में लिखा है कि वह गहरी पीड़ा और चिंता के साथ लिख रही हैं, न सिर्फ एक सांसद के रूप में, बल्कि एक नागरिक के रूप में भी, जो इस साल की शुरुआत में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में हुई जानमाल की हानि पर अभी भी शोक मना रही हैं। इस त्रासदी के बाद सरकार ने 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया, जिसका उद्देश्य पाकिस्तान को उसके निरंतर आतंकवाद प्रायोजन के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जवाबदेह ठहराना था। आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता का संदेश देने के लिए एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल दुनिया भर में भेजा गया, जिसका मैं भी हिस्सा थी। भारत सरकार का पाकिस्तान के खिलाफ क्रिकेट मैच आयोजित करने का निर्णय मुझे और मेरी अंतरात्मा को पूरी तरह अस्वीकार्य है।

पत्र में कहा गया है कि बीसीसीआई और खेल मंत्रालय द्वारा एशिया कप में भारत की भागीदारी और पाकिस्तान के खिलाफ मैच पर जोर देने से मैं निराश हूं। खेल भावना की आड़ में मैच होने देना आतंकवादी राष्ट्र के खिलाफ खड़े होने का नैतिक साहस नहीं दिखाता। विश्व इतिहास ऐसे उदाहरणों से भरा पड़ा है, जहां राष्ट्रों ने खेलों की बजाय सिद्धांतों को प्राथमिकता दी है।

उन्होंने कहा कि मैं सरकार को 1990-91 में भारत-पाक तनाव बढ़ने पर पाकिस्तान द्वारा एशिया क्रिकेट कप के बहिष्कार की भी याद दिलाना चाहूंगी। पैसा कमाने के लिए बीसीसीआई द्वारा इस मैच को बढ़ावा देना न केवल खून की कमाई होगी, बल्कि अभिशापित धन भी होगा, क्योंकि इस पर पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ितों और हमारे वर्दीधारी जवानों के ताबूतों का अभिशाप लगा है।

प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि भारत के लोग ऐसा मैच नहीं देखना चाहते जो 140 करोड़ से ज्यादा नागरिकों के दर्द और आक्रोश से लाभ कमाए। जब सीमा पार आतंकवाद अभी भी जारी है, तो हम देशभक्तों को अलग-थलग नहीं कर सकते। जहां हमारी सेनाएं पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को खत्म करने के लिए अपनी जान कुर्बान कर रही हैं, वहीं सरकार क्रिकेट मैचों को स्ट्रीम करने वाले प्लेटफॉर्म पर नजरें गड़ाए बैठी है, जो आपसी संवाद को सामान्य बनाते हैं और त्रासदी को व्यापार में बदलते हैं।

पत्र में आगे कहा गया है कि राष्ट्रीय हित और जनभावना को ध्यान में रखते हुए यह आवश्यक है कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय सभी ओटीटी प्लेटफॉर्म, वेबसाइट और ऐप्स पर भारत बनाम पाकिस्तान मैच की लाइव स्ट्रीमिंग को रोक दे। मैं आपसे आग्रह करती हूं कि प्रसारकों को मैच का सीधा प्रसारण करने से रोकें।

Point of View

यह स्पष्ट है कि खेल और राजनीति का गहरा संबंध है। जब हम आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं, ऐसे में हमें यह सोचने की आवश्यकता है कि क्या हमें खेलों को प्राथमिकता देनी चाहिए या अपने राष्ट्रीय हितों को।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

प्रियंका चतुर्वेदी ने किसे पत्र लिखा?
प्रियंका चतुर्वेदी ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखा।
पत्र में क्या मुख्य चिंता व्यक्त की गई है?
पत्र में भारत-पाकिस्तान मैच के प्रसारण और लाइव स्ट्रीमिंग पर रोक लगाने की मांग की गई है।
ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य क्या था?
ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य पाकिस्तान को उसके निरंतर आतंकवाद प्रायोजन के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जवाबदेह ठहराना था।
क्या भारत के लोग पाकिस्तान के खिलाफ मैच देखना चाहते हैं?
प्रियंका चतुर्वेदी के अनुसार, भारत के लोग ऐसा मैच नहीं देखना चाहते जो उनके दर्द और आक्रोश से लाभ कमाए।
बीसीसीआई की क्या भूमिका है?
बीसीसीआई ने एशिया कप में भारत की भागीदारी और पाकिस्तान के खिलाफ मैच पर जोर दिया है।