क्या तेजस्वी यादव और राहुल गांधी का अहंकार बिहार की जनता चकनाचूर करेगा? : शहजाद पूनावाला

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का अहंकार बिहार में चुनावी परिणामों को प्रभावित कर सकता है।
- शहजाद पूनावाला का तंज इस बात को दर्शाता है कि राजनीति में जनता की आवाज़ महत्वपूर्ण है।
- कांग्रेस का चुनाव आयोग पर आरोप लगाना एक सामान्य प्रवृत्ति है।
नई दिल्ली, 21 जून (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं में जो अहंकार है, उसे बिहार की जनता आगामी विधानसभा चुनाव में चकनाचूर करेगी।
भाजपा प्रवक्ता ने शनिवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि इंडी अलायंस में दरारें बढ़ रही हैं और अब कांग्रेस पार्टी में भी राहुल गांधी को कोई गंभीरता से नहीं लेता। उनका मानना है कि उनके परिवार का अधिकार संविधान से ऊपर है। जब वे कर्नाटक, तेलंगाना या हिमाचल प्रदेश में चुनाव जीतते हैं, तो चुनाव आयोग की प्रशंसा होती है, लेकिन हारने पर उन्हें दोष देना शुरू कर देते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी को यह समझ लेना चाहिए कि वह बिहार चुनाव हारने वाले हैं, तभी वह चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हैं। यहां तक कि जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी कहा है कि कांग्रेस चुनाव हारने पर चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहराती है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी को समझना चाहिए कि मैच फिक्सिंग चुनाव आयोग ने नहीं की। अगर ऐसा कुछ हुआ है, तो वह इंदिरा गांधी के कार्यकाल में हुआ था, जब 1975 में आपातकाल लगाया गया था। उस समय का लोकतंत्र भी मैच फिक्सिंग कहा जाना चाहिए।
कर्नाटक में हुए घोटालों पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस का यही मॉडल है। पहले झूठे वादे किए जाते हैं और फिर जनता को लूटते हैं। बिहार में भी राजद के कार्यकाल में जॉब के बदले जमीन का घोटाला किसी से छिपा नहीं है। गरीबों की जमीनें हड़पी गई हैं।
तेजस्वी यादव के बयान पर उन्होंने कहा कि जिनकी पार्टी का इतिहास चारा चोरी का रहा हो, उन्हें पहले अपने गिरेबां में झांक लेना चाहिए। तेजस्वी यादव अपनी सामंतवादी सोच दिखा रहे हैं। यह लोग अंबेडकर की तस्वीरों को पैरों के पास रखते हैं। संविधान से पहले, यह परिवार को आगे रखते हैं। जनता उनके अहंकार को जवाब देगी।