क्या बिहार में महागठबंधन का सपना पूरा होगा? : आरपी सिंह
सारांश
Key Takeaways
- महागठबंधन का सपना पूरा नहीं होगा।
- प्रियंका गांधी का दौरा चुनावी समीकरण को कैसे प्रभावित करेगा?
- एनडीए सरकार के खिलाफ जनता की नाराजगी।
- बिहार में कानून का पालन सभी के लिए आवश्यक है।
- राजनीतिक दलों के बीच प्रतिस्पर्धा बिहार के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, 2 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के नेता आरपी सिंह ने कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के बिहार दौरे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्हें उल्टी गिनती शुरू कर देनी चाहिए, क्योंकि महागठबंधन को विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ेगा।
प्रियंका गांधी ने शनिवार को बेगूसराय में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार की भूमि ने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस संघर्ष ने हमें हमारा संविधान और मतदान का अधिकार दिया। वर्तमान में एनडीए सरकार इस अधिकार को छीनने का प्रयास कर रही है।
बिहार में एसआईआर के अंतर्गत लाखों वोट कट चुके हैं। पिछले 20 वर्षों से एनडीए सरकार ने बिहार को गरीबी, बेरोजगारी और पलायन की समस्याओं में धकेल दिया है और अब सत्ता बचाने के लिए जनता का वोट चुराने की कोशिश कर रही है। बिहार की जागरूक जनता इस अन्याय को कभी बर्दाश्त नहीं करेगी।
आरपी सिंह ने कहा कि महागठबंधन का सपना केवल एक सपना ही रहेगा और वे चुनाव में हारने वाले हैं।
जन सुराज पार्टी के कार्यकर्ता दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में जदयू के उम्मीदवार अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर भाजपा नेता ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार में किसी भी तरह का भेदभाव नहीं है। कानूनी कार्रवाई आवश्यक होने पर की जाएगी।
अनंत कुमार सिंह की गिरफ्तारी पर मंत्री जनक चमार ने कहा कि महागठबंधन और एनडीए में यही अंतर है। एनडीए सुशासन की सरकार है। यदि किसी पर आरोप है, तो उसे न्याय के सामने पेश होना होगा।
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल में मुख्यमंत्री आवास से अपराध होते थे। अपराधियों को संरक्षण मिलता था। जंगलराज को बिहार की जनता नहीं भूली है। कानून से बड़ा कोई नहीं है, और नीतीश कुमार के शासन में चाहे कोई भी हो, उसे कानून का पालन करना होगा।