क्या बिहार में कांग्रेस का सूपड़ा साफ होना तय है? नकारात्मक राजनीति को नकार रही जनता: प्रवीण खंडेलवाल
सारांश
Key Takeaways
- भाजपा की बढ़त
- कांग्रेस का सूपड़ा साफ होना
- एनडीए की संभावित जीत
- राजनीतिक स्थिति की स्थिरता
- मतदाता की नकारात्मक राजनीति के प्रति असंतोष
नई दिल्ली, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की 243 विधानसभा सीटों के लिए शुक्रवार को मतगणना जारी है। चुनाव आयोग के प्रारंभिक रुझानों के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सबसे अधिक सीटों पर बढ़त बना रही है। इस बीच, भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने एनडीए की जीत का दावा किया और कहा कि बिहार में कांग्रेस का सूपड़ा साफ होना निश्चित है।
भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "कांग्रेस का सूपड़ा साफ होना निश्चित है, इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए। कांग्रेस नकारात्मक राजनीति में लिप्त है और नकारात्मक राजनीति करने वाली पार्टी का इस देश में कोई स्थान नहीं है। कांग्रेस और उनके नेता इस बात को समझ नहीं पा रहे हैं। नतीजों के अनुसार, भाजपा सबसे बड़े दल के रूप में उभरेगी और इस बार भी एनडीए की सरकार बनेगी। जिस तरह से चुनावी रुझान चल रहे हैं, उसके अनुसार एनडीए को कम से कम 175 सीटें मिलनी चाहिए।
राजद नेता सुनील सिंह के बिहार को नेपाल बनाने की धमकी पर भाजपा सांसद ने निशाना साधते हुए कहा, "अभी किसी में इतनी हिम्मत नहीं है कि वह हिंदुस्तान की तरफ आंख उठाकर देखे या यहां अशांति और अस्थिरता फैलाए। ऐसे लोग जो बड़बोलेपन के कारण बयान दे रहे हैं, उन्हें ध्यान देना चाहिए कि देश में प्रधानमंत्री मोदी का शासन है। यहां सुनवाई इस तरह से नहीं होती। जो भी देशद्रोह की बात करेगा, कानून उसे सख्त से सख्त सजा देगा।"
दिल्ली के ब्लास्ट पर उन्होंने कहा, "पढ़े-लिखे लोगों का आतंकवाद की ओर रुख करना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे पता चलता है कि उनकी परवरिश कैसी रही है।"
चुनाव आयोग के ताजा आंकड़ों के अनुसार, बिहार में भाजपा 21 सीटों पर आगे है। इसके साथ ही जनता दल (यूनाइटेड) 16, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) 8, लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) 4 और कांग्रेस 3 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं।
गौरतलब है कि बिहार की कुल 243 विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में मतदान संपन्न हुआ था, जिसमें 6 नवंबर को 121 और 11 नवंबर को 122 सीटों पर मतदान हुआ था।