क्या कांग्रेस को 'मोदी विरोध' का चश्मा हटाने पर देश की असली तस्वीर दिखेगी?

सारांश
Key Takeaways
- सिक्किम का भारत में विलय 1975 में हुआ था।
- कांग्रेस नेताओं को राष्ट्रीय पहचान की अहमियत समझनी चाहिए।
- राजनीतिक द्वेष से बचकर राष्ट्रहित को प्राथमिकता देनी चाहिए।
- भाजपा ने कांग्रेस की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
- मोदी विरोध का चश्मा हटाने से सच स्पष्ट होगा।
नई दिल्ली, 2 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के नेता अजय कुमार द्वारा 'सिक्किम को पड़ोसी मुल्क' कहने पर भारतीय जनता पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। राज्यसभा सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने बुधवार को मुख्य विपक्षी दल पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस को "मोदी विरोध का चश्मा" हटाने की सलाह दी।
भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर कटाक्ष किया।
उन्होंने कहा, "कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है, जिसके नेता राहुल गांधी कभी-कभी और हर संसद के सत्र के बाद हमेशा विदेश में रहते हैं। वहीं, उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता देश और विदेश के बीच पहचान ही नहीं कर पा रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि कांग्रेस नेता अजय कुमार, जो एक पुलिस अधिकारी भी रहे हैं, उनका सामान्य ज्ञान इतना कम होगा कि उन्हें यह पता नहीं हो कि सिक्किम भारत का हिस्सा है।"
त्रिवेदी ने कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोग 'मोदी विरोध' के मानसिकता से इस कदर ग्रस्त हो गए हैं कि उन्हें यह आभास नहीं है कि वे सत्य कह रहे हैं या असत्य? यह बहुत दुख की बात है कि पीएम मोदी के प्रति दुर्व्यवहार से भरी कांग्रेस की आंखों पर ऐसी पट्टी चढ़ी हुई है कि वह राष्ट्रहित की बलि दे रही है, अब राष्ट्र के मानचित्र को भी बलि देती हुई दिखाई दे रही है।"
उन्होंने आगे कहा, "मुझे ज्यादा आश्चर्य इस विषय पर भी हुआ कि कांग्रेस को यह भी याद नहीं रहा कि सिक्किम का भारत में विलय इंदिरा गांधी के समय हुआ था, वह भी उस इमरजेंसी के कालखंड में, जिसको लेकर कांग्रेस नेता हाल ही में इतने पोस्ट कर रहे थे।"
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, "मैं कांग्रेस नेताओं को यह भी याद दिलाना चाहता हूं कि भारत और चीन के संबंधों पर एकमात्र ऐसा मौका आया जब चीन ने किसी मुद्दे पर अपना दावा छोड़ा है, तो वह 2003 में अटल बिहारी वाजपेयी की चीन यात्रा के बाद हुआ, जब उसने सिक्किम पर से अपना दावा छोड़ा। अगर कांग्रेस मोदी विरोध का चश्मा हटाए, तो उन्हें देश की असली तस्वीर और मानचित्रों की असली लकीर स्पष्ट रूप से दिखाई देगी।"