क्या कानून पर सवाल उठाने वालों का डरना स्वाभाविक है, कांग्रेस अपराधियों से भरी पड़ी है?

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस पर आरोप कि वे अपराधियों से भरी हैं।
- कल्याण सिंह का योगदान याद किया गया।
- नया कानून जो पीएम, सीएम और मंत्रियों पर लागू होगा।
- राजनीतिक प्रतिस्पर्धा और आरोप-प्रत्यारोप का माहौल।
- उमा भारती का नाम बदलने का प्रस्ताव।
अलीगढ़, 21 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की पुण्यतिथि और तृतीय हिंदू गौरव दिवस के मौके पर अलीगढ़ में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने विपक्ष पर कड़ी आलोचना की। उन्होंने कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और उनके सहयोगी दलों को कटघरे में रखते हुए कहा कि कानून पर सवाल उठाने वालों का डरना स्वाभाविक है क्योंकि उनकी पार्टियां अपराधियों से भरी हैं।
उन्होंने राम मंदिर आंदोलन के दौरान कल्याण सिंह द्वारा रामभक्तों पर गोली चलाने के आदेश पर हस्ताक्षर न करने और अपने पद से इस्तीफा देने का उदाहरण पेश करते हुए कांग्रेस और विपक्ष की नैतिकता पर प्रश्न उठाया। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कल्याण सिंह केवल एक व्यक्ति या नेता नहीं थे, वे एक विचार और अनुष्ठान थे।
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कल संसद में एक कानून पेश किया गया, जिसमें कहा गया कि देश के प्रधानमंत्री, किसी भी प्रदेश के मुख्यमंत्री और मंत्री यदि जेल जाते हैं तो उन्हें 30 दिनों के भीतर अपने पद से इस्तीफा देना होगा। नरेंद्र मोदी 11 वर्षों से प्रधानमंत्री हैं और अगले दशक तक वही रहेंगे, फिर भी उन्होंने यह कानून लाया।
उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह को भी 1991 में रामभक्तों पर गोली चलाने से मना करने की कीमत चुकानी पड़ी थी। यह कोई अपराध नहीं था, बल्कि एक राष्ट्र गौरव का कार्य था। लेकिन केंद्र में कांग्रेस की सरकार ने कल्याण सिंह की सरकार को बर्खास्त कर दिया।
धर्मेंद्र प्रधान ने कांग्रेस के युवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि वे कह रहे थे कि पीएम मोदी मध्यकालीन काला कानून लाना चाहते हैं। उनका डरना स्वाभाविक है क्योंकि उनकी पार्टी में अपराधी हैं।
उन्होंने प्रश्न किया कि क्या अरविंद केजरीवाल, उमा भारती जैसे लोग तिरंगा फहराने के लिए जेल गए थे? क्या केजरीवाल ने राष्ट्रवाद के लिए गद्दी छोड़ी थी? नहीं, उन्हें भ्रष्टाचार में जेल जाना पड़ा था।
धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि कल्याण सिंह केवल एक व्यक्ति या नेता नहीं थे, वे एक विचार और अनुष्ठान थे। उन्होंने 2004 में लोकसभा में बाबूजी के साथ काम किया। उनका परिचय आज देशभर में हिंदुत्व के नाते है।
कार्यक्रम में उमा भारती ने कहा कि हम कल्याण सिंह की स्मृति में एकत्र हुए हैं। अलीगढ़ का नाम बदल गया है। उन्होंने सीएम योगी से अपील की कि शांहजहांपुर का नाम भी जल्दी बदलें।
उन्होंने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि नाम की महिमा वही समझेगा, जिसमें राष्ट्रीय स्वाभिमान होगा। कल्याण सिंह के मुख्यमंत्री बनने के बाद उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था काबू में आई। उनके कार्यकाल के बाद जो बर्बादी हुई, उसे योगी आदित्यनाथ ने खत्म किया है।
उन्होंने कल्याण सिंह को याद करते हुए कहा कि ये शीश भले कट जाए, मगर आपकी मूंछ नीचे नहीं होने देंगे।