क्या कांग्रेस समेत विपक्ष का दोहरा चरित्र जनता ने समझ लिया है? - अमित शाह

सारांश
Key Takeaways
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महत्वपूर्ण विधेयक पेश किए।
- विपक्ष द्वारा विधेयकों का जोरदार विरोध।
- राजनीतिक भ्रष्टाचार के खिलाफ मोदी सरकार की प्रतिबद्धता।
- गिरफ्तार राजनेता के लिए जमानत का प्रावधान।
- कांग्रेस का दोहरा चरित्र जनता के सामने है।
नई दिल्ली, 20 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को लोकसभा में 130वें संविधान संशोधन विधेयक समेत तीन महत्वपूर्ण विधेयक पेश किए। विपक्षी दलों के सांसदों ने इन बिलों को लेकर सदन में जमकर हंगामा किया है। हालांकि, तीनों विधेयकों को जेपीसी के लिए भेज दिया गया है।
इसके साथ ही, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इन विधेयकों पर विपक्ष के विरोध को लेकर सोशल मीडिया के जरिए हमला बोला। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सिलसिलेवार पोस्ट किए।
उन्होंने लिखा, ''देश में राजनीतिक भ्रष्टाचार के खिलाफ मोदी सरकार की प्रतिबद्धता और जनता के आक्रोश को देखते हुए मैंने संसद में लोकसभा अध्यक्ष की सहमति से संवैधानिक संशोधन बिल पेश किया, जिससे महत्वपूर्ण संवैधानिक पद, जैसे प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, केंद्र और राज्य सरकार के मंत्री जेल में रहते हुए सरकार नहीं चला सकेंगे।''
उन्होंने बताया कि इस बिल का उद्देश्य सार्वजनिक जीवन में गिरती नैतिकता के स्तर को सुधारना और राजनीति में शुचिता लाना है। इन तीनों बिलों के जरिए जो कानून बनता है, उसके अनुसार कोई भी व्यक्ति यदि गिरफ्तार होता है, तो वह प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या केंद्र और राज्य सरकार के मंत्री के रूप में शासन नहीं कर सकता।
उन्होंने आगे कहा, ''इस बिल में आरोपित राजनेता को गिरफ्तारी के 30 दिन के भीतर अदालत से जमानत लेने का प्रावधान भी है। यदि वे 30 दिन में जमानत प्राप्त नहीं कर पाते हैं, तो 31वें दिन उन्हें पद से हटाया जाएगा या वे कानूनी रूप से अयोग्य हो जाएंगे।''
अमित शाह ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, ''एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कानून के दायरे में आने का संविधान संशोधन पेश किया है और दूसरी ओर कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष इसका विरोध कर रहा है।''
उन्होंने यह भी कहा, ''लाल कृष्ण आडवाणी ने भी केवल आरोप लगने पर अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। दूसरी ओर इंदिरा गांधी द्वारा शुरू की गई अनैतिक परंपरा को कांग्रेस आज भी आगे बढ़ा रही है।''
अंत में उन्होंने कहा, ''विपक्ष का यह दोहरा चरित्र जनता भली-भांति समझ चुकी है।''