क्या आप 'द बंगाल फाइल्स' को रोकेंगे तो ज्यादा लोग इसे देखने थिएटर जाएंगे?: मिथुन चक्रवर्ती

Click to start listening
क्या आप 'द बंगाल फाइल्स' को रोकेंगे तो ज्यादा लोग इसे देखने थिएटर जाएंगे?: मिथुन चक्रवर्ती

सारांश

फिल्म 'द बंगाल फाइल्स' को लेकर मिथुन चक्रवर्ती ने अपने किरदार और विवाद पर खुलकर बात की। जानिए इस फिल्म में छिपी सच्चाई और इसका राजनीतिक पहलू क्या है। क्या वास्तव में इसे रोकने से ज्यादा लोग इसे देखने जाएंगे? जानिए पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • सच्चाई को सामने लाना जरूरी है।
  • राजनीतिक दबाव का सामना करना होगा।
  • फिल्म में ऐतिहासिक घटनाओं का उल्लेख है।
  • देखने के लिए दर्शकों की संख्या बढ़ सकती है।
  • मिथुन चक्रवर्ती का किरदार महत्वपूर्ण है।

मुंबई, 19 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। फिल्म निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री की 'द बंगाल फाइल्स' इस वर्ष की सबसे चर्चित फिल्मों में से एक मानी जा रही है। इस फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी, अनुपम खेर और दर्शन कुमार मुख्य भूमिका में हैं। पश्चिम बंगाल में इस फिल्म को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। कोलकाता में जब इस फिल्म के ट्रेलर की स्क्रीनिंग की गई, तो पुलिस वहां पहुंचकर इसे रोकने के लिए सक्रिय हो गई। इसके परिणामस्वरूप, फिल्म निर्माताओं और पुलिस के बीच बहस भी हुई।

फिल्म के विवाद और अपने किरदार पर मिथुन चक्रवर्ती ने राष्ट्र प्रेस से विशेष बातचीत की।

अपने किरदार के बारे में मिथुन चक्रवर्ती ने कहा, "इस फिल्म में मेरे किरदार का नाम है मैड मैन, लेकिन वो वास्तव में पागल नहीं है। वह फिल्म की आत्मा है। दिखाया गया है कि किस प्रकार यह सच्चाई की आवाज को उठाने के लिए खड़ा होता है, और इसके लिए इसकी जुबान जला दी जाती है। इसके पुरुषांग भी काट दिए जाते हैं, और वह ठीक से बोल नहीं पाता है। जब फिल्म का अंत आता है, तो पता चलता है कि वह ही फिल्म की आत्मा है।"

फिल्म के राजनीतिक विवाद पर मिथुन चक्रवर्ती ने कहा, "जब आप पॉलिटिकली मोटिवेटेड सच्चाई जैसी चीजें बताते हैं, तो यही होता है। सच्चाई को कोई नहीं दिखाना चाहता। नोआखली में क्या हुआ, यह मेरे जन्म से पहले हुआ था। एक लाइन लिखी होती है, 'नोआखली में बहुत से लोगों को मार दिया गया।' द ग्रेट कोलकाता किलिंग भी इसी तरह है। तो क्यों हुआ और कैसे हुआ? यही विवेक अग्निहोत्री दिखाना चाहते हैं। वह कहते हैं, 'कृपया सच को जानिए, वहां क्या हुआ था। नोआखली में नरसंहार हुआ था। वहां 4500 हिंदू मारे गए थे।' यह सच्चाई है। जैसे ही हम सच्चाई की बात करते हैं, यह पॉलिटिकली मोटिवेटेड हो जाता है, अब ऐसी सोच का क्या करें?"

कोलकाता में 'द बंगाल फाइल्स' के ट्रेलर की स्क्रीनिंग रोकने पर उन्होंने कहा, "यह उनका प्लान था; ट्रेलर देखने से पहले ही उन्होंने इसे रुकवा दिया। ट्रेलर देखने के बाद कहते हैं कि यह बंगाल के खिलाफ है। कौन से बंगाल के खिलाफ है? कुछ कथित सेकुलर लोग इसे राजनीति से प्रेरित बताते हैं। वास्तव में यह सच्चाई है। आज या कल, आपको इसका सामना तो करना ही पड़ेगा।"

पश्चिम बंगाल में इस फिल्म की रिलीज पर रोक लग सकती है। इस सवाल पर उन्होंने कहा, "बंद क्यों करेंगे? किसलिए करेंगे? यह तो कोई नहीं बताएगा। राज्य सरकार ऐसी है कि हिंदू को कितनी भी गाली दे दो, वह मंजूर है, लेकिन उसके अलावा किसी को कहो तो यह सही नहीं है। 'द बंगाल फाइल्स' को आप रोकेंगे तो उतने ज्यादा ही लोग इसे देखने थिएटर जाएंगे।"

विवेक रंजन अग्निहोत्री ने 'द बंगाल फाइल्स' को लिखा और निर्देशित किया है। इसे अभिषेक अग्रवाल और पल्लवी जोशी ने प्रोड्यूस किया है। यह फिल्म 5 सितंबर 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।

Point of View

यह स्पष्ट है कि सच्चाई को सामने लाना आवश्यक है, भले ही वह राजनीतिक रूप से संवेदनशील क्यों न हो। 'द बंगाल फाइल्स' जैसे फिल्में हमें हमारी इतिहास की कड़वी सच्चाइयों का सामना करने का अवसर देती हैं।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

क्या 'द बंगाल फाइल्स' विवादित है?
हाँ, यह फिल्म पश्चिम बंगाल में राजनीतिक विवाद का विषय बनी हुई है।
कब रिलीज होगी 'द बंगाल फाइल्स'?
'द बंगाल फाइल्स' 5 सितंबर 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
मिथुन चक्रवर्ती का किरदार क्या है?
मिथुन चक्रवर्ती का किरदार 'मैड मैन' है, जो फिल्म की आत्मा को दर्शाता है।
यह फिल्म किस विषय पर आधारित है?
'द बंगाल फाइल्स' ऐतिहासिक सच्चाइयों और राजनीतिक मुद्दों पर आधारित है।
फिल्म के निर्माता कौन हैं?
'द बंगाल फाइल्स' को विवेक रंजन अग्निहोत्री ने लिखा और निर्देशित किया है।