क्या जीएसटी रिफॉर्म सरकार का ऐतिहासिक कदम है? : सीआर पाटिल

सारांश
Key Takeaways
- जीएसटी के स्लैब में सुधार से कर की दरें घटाई गई हैं।
- सूरत में रेन हार्वेस्टिंग के लिए बड़े संरचनाएं बनाई गई हैं।
- PM मोदी का योगदान इस सुधार में महत्वपूर्ण रहा है।
- आर्थिक विकास के लिए यह कदम महत्वपूर्ण है।
- एक करोड़ रेन हार्वेस्टिंग संरचनाएं बनाने का लक्ष्य है।
सूरत, 4 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के स्लैब में सुधार की प्रशंसा की। उन्होंने इसे सरकार का ऐतिहासिक कदम बताया।
मंत्री पाटिल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज तक किसी भी सरकार ने ऐसा नहीं किया था। यह एक ऐतिहासिक कदम है। प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से कहा था कि दीपावली का तोहफा दूंगा और उन्होंने यह भेंट दी, इसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं। जीएसटी को 12 प्रतिशत और 18 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत स्लैब कर दिया गया है।
मंत्री पाटिल ने बताया कि सूरत अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर फॉग के कारण रन-वे दिखाई नहीं देता था, जिससे उड़ानें प्रभावित होती थीं। हमने इस पर मांग की थी, जो पूरी कर दी गई है। पहले आने-जाने के लिए एक ही रास्ता था, अब दो-दो रास्ते बना दिए गए हैं। एयरपोर्ट पर रेन हार्वेस्टिंग के लिए 30 बड़े संरचनाएं बनाई गई हैं। वहां उड़ान की सस्ती टिकटें और कैफे में सस्ती चीजें मिलने पर भी विचार चल रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी ने सूरत में वर्चुअल मीटिंग में रेन वाटर हार्वेस्टिंग को लेकर कहा था कि सूरत के लोगों को मातृभूमि के लिए मदद करनी चाहिए। जल संचय जन भागीदारी से जन आंदोलन में परिवर्तित होना चाहिए। सूरत से शुरू यह अभियान पूरे देश में 33 राज्यों में 611 जिलों में रेन हार्वेस्टिंग के 32 लाख छोटे-बड़े संरचनाएं तैयार हुए हैं। दीपावली के बाद सर्वे करेंगे कि पहले कितना पानी था और आज कितना बढ़ा है। सभी का आभार प्रकट करते हुए मंत्री पाटिल ने बताया कि हम एक करोड़ रेन हार्वेस्टिंग संरचनाएं बनाने का लक्ष्य लेकर चलेंगे।