क्या जनता का जनादेश सुशासन के सफर को आगे बढ़ाने में मदद करेगा? : मुख्तार अब्बास नकवी
Key Takeaways
- एनडीए ने बहुमत का आंकड़ा पार किया है।
- मतदान का प्रतिशत 67.13% रहा।
- जनता का मिजाज सुशासन के लिए है।
- राजनीतिक दलों को जनादेश का सम्मान करना चाहिए।
- बिहार चुनाव 2025 में रिकॉर्ड मतदान हुआ।
नई दिल्ली, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया जारी है। चुनाव आयोग के हालिया आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) आसानी से बहुमत के जादुई 122 आंकड़े को पार करती नजर आ रही है। इस बीच, भाजपा प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी ने एनडीए की प्रचंड जीत का दावा किया।
मुख्तार अब्बास नकवी ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "हर चुनाव में राजनीतिक पार्टियों के लिए जनतंत्र का संदेश और जनादेश का सबक होता है, जिसे सभी राजनीतिक पार्टियों को विनम्रता से स्वीकार करना चाहिए। नतीजों का सम्मान करना भी आवश्यक है, क्योंकि जीत हो या हार, हर स्थिति जनतंत्र के जायके से भरी होती है।"
उन्होंने आगे कहा, "दुख की बात है कि कुछ लोग हंगामा और अराजकता के जरिए पूरी व्यवस्था को बदनाम करने में लगे हैं, जो न तो देश के हित में है और न ही उनके।"
उन्होंने कहा, "नतीजों के बाद सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा, लेकिन पिछले 11 सालों के चुनावों को देखेंगे तो समझ पाएंगे कि जनता का मिजाज किस ओर है। जनता का मिजाज सुशासन और समावेशी विकास को आगे बढ़ाने के लिए है। पिछले चुनावों में जनता ने सुशासन को प्राथमिकता दी है। कुछ लोग अराजकता के माध्यम से लोकतंत्र को बंधन नहीं बना सकते।"
राजद नेता सुनील सिंह के बिहार को नेपाल बनाने वाले बयान पर नकवी ने निशाना साधते हुए कहा, "कुछ लोगों की आदत हो गई है बार-बार जनादेश का अपमान करने की।"
इस बार विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड मतदान हुआ। भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने बिहार विधानसभा चुनाव, 2025 का सफलतापूर्वक आयोजन किया, जिसमें मतदान प्रतिशत 67.13% रहा, जो कि वर्ष 1951 के बाद से अब तक का सबसे अधिक है।
यह बताना आवश्यक है कि बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में संपन्न हुए। पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर (121 सीटों) को और दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को संपन्न हुई।