क्या केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करेगी? : तारिक हमीद कर्रा

सारांश
Key Takeaways
- केंद्र सरकार को जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर ध्यान देना चाहिए।
- तारिक हमीद कर्रा ने राष्ट्रीय आपदा की मांग की है।
- राजनीतिक मुद्दों का समाधान ठोस उपायों से होना चाहिए।
जम्मू, ७ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाढ़ से प्रभावित राज्यों जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और पंजाब का हवाई दौरा करने वाले हैं। जम्मू-कश्मीर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने रविवार को पीएम मोदी की यात्रा पर सवाल उठाते हुए जम्मू-कश्मीर की स्थिति को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की।
कर्रा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार यात्रा करते हैं, चाहे वह पंजाब हो, अमेरिका हो या रूस, लेकिन अब तक कोई ठोस परिणाम नहीं आया है।" उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह के हालिया जम्मू-कश्मीर दौरे का उल्लेख करते हुए कहा कि गृहमंत्री २०९ करोड़ रुपये की राशि देकर गए, जो अपेक्षाओं से बहुत कम है। कर्रा ने कहा, "यदि प्रधानमंत्री केवल हवाई सर्वेक्षण के लिए जम्मू-कश्मीर आ रहे हैं, तो उन्हें जमीनी हकीकत को समझना चाहिए।"
उन्होंने केंद्र सरकार से जम्मू-कश्मीर की समस्याओं के समाधान के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की और कहा कि केंद्र सरकार को जम्मू-कश्मीर की मुसीबत को राष्ट्रीय आपदा घोषित करना चाहिए। इस निर्णय के बाद ही हमारी समस्याएं कम होंगी।
हजरतबल में राष्ट्रीय प्रतीक के साथ छेड़छाड़ पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, "कुछ राजनीतिक दलों ने पहले ही इस मुद्दे को नया रंग देने की कोशिश की है। मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा।" उन्होंने इसे संवेदनशील मुद्दा बताते हुए कहा कि इस प्रकार के मामलों को अनावश्यक रूप से तूल देने से बचना चाहिए।
पूरे देश में मतदाता सूची में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कराने के निर्णय पर १० सितंबर को दिल्ली में चुनाव आयोग की बैठक होने वाली है। कर्रा ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "बैठक में क्या निर्णय लिया जाएगा, यह जानकर ही हम इस पर कोई टिप्पणी करेंगे।"