क्या गलत काम को कोई भी पार्टी बर्दाश्त कर सकती है? अजित पवार ने कांग्रेस से संबंधों पर दी जानकारी

सारांश
Key Takeaways
- आंदेकर का कांग्रेस से पुराना संबंध था।
- कोई भी पार्टी अपने सदस्यों के गलत आचरण को बर्दाश्त नहीं कर सकती।
- पार्टी में अनुशासन और नैतिकता महत्वपूर्ण हैं।
- अजित पवार ने महाराष्ट्र की विचारधारा पर जोर दिया।
- पुलिस ने आंदेकर हत्या मामले में और आरोपियों को गिरफ्तार किया।
पुणे, 13 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के पुणे जिले में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उपमुख्यमंत्री अजित पवार से पूर्व नगरसेवक वनराज आंदेकर के संबंध में सवाल पूछा गया। पत्रकारों ने पूछा कि क्या आंदेकर का अब भी उनकी पार्टी से कोई संबंध है? इस पर अजित पवार ने स्पष्ट उत्तर दिया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए अजित पवार ने कहा, "आप जानते हैं कि आंदेकर पहले कांग्रेस से जुड़े थे। फिर कुछ घटनाएं हुईं और वे हमारे नगरसेवक बन गए। लेकिन अब उनका हमारी पार्टी से कोई सीधा संबंध नहीं है।"
उन्होंने कहा कि कोई भी राजनीतिक दल या संगठन नहीं चाहता कि उसका कोई सदस्य या प्रतिनिधि ऐसा कार्य करे जिससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचे।
पवार ने कहा, "अगर आप कल अपनी पार्टी शुरू करते हैं और उसमें कोई व्यक्ति गलत काम करता है, तो क्या आप उसका समर्थन करेंगे? नहीं ना। यह एक सामाजिक और राजनीतिक विकृति है और किसी भी पार्टी में ऐसा नहीं होना चाहिए।"
अजित पवार ने अपने बयान में यह भी कहा कि कोई भी जिम्मेदार पार्टी नेता, कार्यकर्ता या जनप्रतिनिधि ऐसे व्यवहार को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी पार्टी नैतिकता और सिद्धांतों पर काम कर रही है।
उन्होंने आगे कहा, "हम हमेशा शिव, फुले और आंबेडकर के विचारों के साथ महाराष्ट्र की बात करते हैं। यही हमारी विचारधारा है और इसी के अनुरूप हम आगे बढ़ने का प्रयास करते हैं। यही कोशिश महाराष्ट्र की जनता की भी है और हम सब मिलकर इस दिशा में काम कर रहे हैं।"
अजित पवार ने यह भी बताया कि पार्टी में अनुशासन और विचारधारा की मजबूत नींव है और अगर कोई व्यक्ति उन मूल्यों से भटकता है, तो पार्टी उसका समर्थन नहीं करेगी।
ज्ञातव्य है कि पुणे पुलिस ने 2024 में हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता वनराज आंदेकर की हत्या के आरोपी के बेटे की 'रंजिश के चलते' हत्या के मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में आंदेकर गिरोह के सरगना बंडू आंदेकर शामिल हैं।
1 सितंबर 2024 को पुणे में एनसीपी अजित गुट के नेता और पूर्व पार्षद वनराज आंदेकर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पूर्व पार्षद पर ताबड़तोड़ पांच गोलियां चलाई गईं। फायरिंग के बाद वनराज आंदेकर को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।