क्या लालू प्रसाद यादव की राजनीतिक 'किडनी' को बिहार की जनता ने बदल दिया?
सारांश
Key Takeaways
- लालू यादव की राजनीतिक स्थिति में बदलाव आया है।
- बिहार की जनता ने उनकी राजनीति पर प्रभाव डाला है।
- नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव के गायब पोस्टर पर प्रतिक्रिया दी है।
- राजनीतिक दलों को जनता की अपेक्षाओं के प्रति संवेदनशील रहना चाहिए।
पटना, २२ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने भाजपा द्वारा राजद नेता तेजस्वी यादव के गायब पोस्टर पर लालू प्रसाद यादव को निशाना बनाया। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार की जनता ने लालू यादव की राजनीति की 'किडनी' को बदल दिया है।
पटना में राष्ट्र प्रेस से बातचीत में जदयू प्रवक्ता ने कहा कि लालू प्रसाद यादव की दयनीय स्थिति देखी नहीं जाती। किडनी ट्रांसप्लांट उनकी बेटी करवाती है, मोतियाबिंद का ऑपरेशन भी वह कराती है, लेकिन संपत्ति का वारिस उनका बेटा तेजस्वी है। बीमारी के समय में बेटी आएगी, लेकिन बेटा कहां है, यह सवाल बना हुआ है। लालू यादव अब अपने राजनीतिक जीवन के चौथे चरण में हैं और उनकी पार्टी की स्थिति भी खराब हो चुकी है। अब यह स्पष्ट हो गया है कि राजनीति की 'किडनी' को बिहार की जनता ने बदल दिया है।
उत्तराखंड के स्कूलों में गीता पाठ पर जदयू प्रवक्ता ने कहा कि उत्तराखंड सरकार का यह निर्णय उसके अधिकार क्षेत्र में आता है। गीता का पाठ किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए। संविधान की प्रस्तावना को भी स्कूलों में पढ़ाया जाता है।
महाराष्ट्र निकाय चुनाव पर उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन की हार अनिवार्य थी। राहुल गांधी एक राजनीतिक पर्यटक हैं। कांग्रेस के सहयोगी दल भी उन्हें 'पर्यटक' कह रहे हैं। कांग्रेस गंभीरता से चुनाव नहीं लड़ती और अब एक राजनीतिक पार्टी के रूप में विलुप्त होने के कगार पर है।
नितिन नबीन के पटना दौरे पर जदयू प्रवक्ता ने कहा कि एक युवा जो कार्यकर्ता के रूप में सक्रिय रहे हैं, वे अब अपने जन्मभूमि पर कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में आ रहे हैं। यह साबित करता है कि एक समर्पित कार्यकर्ता लंबी लकीर खींच सकता है। नितिन नबीन के पदभार ग्रहण करने से यह स्पष्ट हो गया है।
जीतन राम मांझी के बेटे को सलाह देते हुए उन्होंने कहा, "यह उनका पारिवारिक मामला है। मांझी खुद केंद्रीय मंत्री हैं, और उनके बेटे संतोष सुमन नीतीश कुमार सरकार में मंत्री हैं।"
महाराष्ट्र निकाय चुनाव में भाजपा की जीत पर कहा कि महायुति ने जबरदस्त जीत हासिल की है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में भी अच्छा प्रदर्शन हुआ है। राहुल गांधी का संसद में न रहना उनके लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।
पीएम मोदी के असम संबंधी बयान पर उन्होंने कहा कि विदेश से घुसपैठिए आते हैं, संसाधनों पर नियंत्रण बनाते हैं और इस पर राजनीति होती है। भारतीय नागरिकों को अपने संसाधनों पर अधिकार है। पीएम के विचार पर उन्हें अपनी राय रखने का पूरा अधिकार है।
'जी राम जी' बिल पर नीरज कुमार ने कहा कि यह बिल संसद द्वारा पारित हो चुका है और राष्ट्रपति की सहमति भी मिल गई है। इसका सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि ग्रामीणों को १२५ दिनों के रोजगार की गारंटी मिलेगी।
मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर उन्होंने कहा कि खड़गे को इतिहास का उल्लेख करना चाहिए। कांग्रेस की राजनीतिक समझ ने देश की दुर्दशा में योगदान किया है।