क्या मुस्लिम समुदाय कांवड़ यात्रियों का स्वागत करने के लिए पुष्प वर्षा करेगा? : शहाबुद्दीन रजवी

सारांश
Key Takeaways
- कांवड़ यात्रा का आयोजन धार्मिक श्रद्धा का प्रतीक है।
- मुस्लिम समुदाय को इस यात्रा के दौरान स्वागत करने की अपील की गई है।
- पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया है।
- धार्मिक सौहार्द को बढ़ावा देने की आवश्यकता है।
- पुष्प वर्षा और पानी पिलाकर भाईचारे का संदेश दिया जा सकता है।
बरेली, 12 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि कांवड़ यात्रा का आयोजन शुरू हो चुका है। ऐसे में मुस्लिम समुदाय को चाहिए कि वे जहां-जहां से कांवड़ यात्रा गुजरती है, उन रास्तों पर पुष्प वर्षा करें और पानी पिलाकर उनका स्वागत करें।
शहाबुद्दीन रजवी ने अपने बयान में बताया कि इस समय सावन का महीना और कांवड़ यात्रा दोनों ही चल रही हैं। हम चाहते हैं कि यह यात्रा शांति और सौहार्द के साथ संपन्न हो। इससे पहले मोहर्रम और बकरा ईद के त्योहार भी धूमधाम से मनाए गए हैं। सभी ने सरकार की गाइडलाइंस का पालन करते हुए अपने जिम्मेदार नागरिक होने का परिचय दिया है।
उन्होंने कहा कि मुस्लिम त्योहारों के दौरान पुलिस और प्रशासन की व्यवस्थाएं अच्छी रहीं। हमें विश्वास है कि कांवड़ यात्रा के दौरान भी व्यवस्था अच्छी रहेगी। इसमें लंबा सफर और समय लगता है, इसलिए हमें ध्यान रखना चाहिए कि रास्ते में कोई घटना न हो और कोई विवाद न उत्पन्न हो।
मौलाना ने बताया कि 32 साल पुराना जोगी नवादा बरेली का विवाद अब सुलझ चुका है। यहां रास्ते को लेकर हमेशा दोनों समुदायों में विवाद होता था, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने दोनों समुदायों के साथ बातचीत करके एक ऐतिहासिक समझौता कराया है। मैं इस प्रयास के लिए पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों का धन्यवाद करता हूं।
उन्होंने कहा कि जब मोहर्रम का जुलूस विवादित जगह से गुजर रहा था, तो वहां के हिंदू भाइयों ने पुष्प वर्षा की थी। अब मुसलमानों की बारी है कि वे कांवड़ यात्रियों का स्वागत फूलों और पानी के साथ करें।