क्या ओम बिरला ने पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वालों के प्रति शोक प्रकट किया?

सारांश
Key Takeaways
- ओम बिरला द्वारा शोक प्रकट करना
- आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति
- ऑपरेशन सिंदूर का महत्व
- 26 निर्दोष व्यक्तियों की हत्या
- भारतीय सेना की तत्परता
नई दिल्ली, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को संसद के मानसून सत्र के दौरान पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति शोक प्रकट किया और आतंकवाद के खिलाफ केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को भी दोहराया।
उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 26 निर्दोष व्यक्तियों की नृशंस हत्या कर दी थी। आतंकवाद की इस घटना ने न सिर्फ देश, बल्कि संपूर्ण विश्व की चेतना को आघात पहुंचाया था। यह सभी उन सभी मृतकों के प्रति गहरा शोक व्यक्त करती है।
उन्होंने आगे कहा कि आतंकवाद के खिलाफ हमारी सरकार हमेशा से जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाती रही है और आगे भी करेगी। देश में किसी भी आतंकी घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इससे पहले, संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को संबोधित करते हुए पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना द्वारा शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख किया था।
प्रधानमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय सेना ने आतंकियों के ठिकानों को 22 मिनट के भीतर नष्ट कर अपनी सैन्य क्षमता का प्रदर्शन किया। यह ऑपरेशन पूरी तरह से स्वदेशी सैन्य उपकरणों के साथ किया गया, जिसने विश्व का ध्यान आकर्षित किया। यह सत्र इस सैन्य शक्ति के विजय उत्सव को समर्पित है, जो देशवासियों और सशस्त्र बलों को प्रेरित करेगा।
बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बाइसारन घाटी में आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला किया था, जिसमें 26 निर्दोष लोग मारे गए थे। इस घटना के बाद लोगों में आतंकियों के खिलाफ देशव्यापी आक्रोश देखा गया।
इसके जवाब में भारतीय सेना ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया था, जिसमें पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया था। यह ऑपरेशन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ था। भारत ने सटीक हमले किए, जिसमें 70 आतंकियों को मार गिराया गया।