क्या पीएम मोदी की पहल से जमीनी स्तर पर इनोवेशन और स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा मिल रहा है?
सारांश
Key Takeaways
- पीएम मोदी की पहल से जमीनी स्तर के इनवोवेटर्स को पहचान मिल रही है।
- एसएनएल एनर्जी सॉल्यूशंस ग्रामीणों के लिए सोलर सिस्टम प्रदान करती है।
- स्वच्छ ऊर्जा की जागरूकता में वृद्धि हो रही है।
- स्थानीय समाधान दूरदराज के क्षेत्रों में बिजली की कमी का हल निकाल सकते हैं।
- युवाओं को इन्वेशन और एंटरप्रेन्योरशिप के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
इंफाल, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। थौबल जिले के याइरीपोक भामोन लीकाई में स्थित सोलर कंपनी एसएनएल एनर्जी सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक मोइरांगथेम सेठ ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा जमीनी स्तर के इनोवेटर्स को पहचान देना, देश के दूरदराज के क्षेत्रों से असली विकास की कहानियों को सामने लाने की सरकार की कोशिश को दर्शाता है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि एसएनएल एनर्जी सॉल्यूशंस ग्रामीण घरों के लिए कस्टमाइज्ड ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम प्रदान करती है और हथकरघा, सिलाई यूनिट और छोटी मशीनों जैसी आजीविका गतिविधियों के लिए सोलर-पावर्ड समाधान डिजाइन करती है।
सेठ ने पीएम मोदी द्वारा मणिपुर के बदलाव लाने वालों का हालिया उल्लेख 'अविश्वसनीय' बताया और कहा कि यह दूरदराज के क्षेत्रों में शांति के लिए किए जा रहे प्रयासों को मान्यता देता है।
उन्होंने कहा कि पीएम सूर्य घर योजना जैसी पहलों से सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ रही है और यह क्लीन पावर सॉल्यूशंस को बढ़ावा देती है, जबकि उनकी कंपनी मुख्य रूप से ऑफ-ग्रिड ग्रामीण इलाकों में कार्यरत है।
सेठ ने बताया कि सरकारी योजनाएं और निजी पहलें दोनों ही हर घर में बिजली पहुंचाने के लक्ष्य की दिशा में काम कर रही हैं। पिछले कुछ वर्षों में रूफटॉप सोलर और नवीकरणीय ऊर्जा के प्रति जागरूकता में काफी वृद्धि हुई है, और अब लोग बिजली के बिलों को कम करने के लिए सक्रियता से सोलर सिस्टम अपनाने लगे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा इस तरह की पहचान पूरे देश के युवाओं को नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में इन्वेशन और एंटरप्रेन्योरशिप के लिए प्रेरित करती है। मणिपुर की स्थिति पर चिंता जताते हुए, सेठ ने कहा कि मौजूदा हालात के कारण आवाजाही पर लगी पाबंदियों से काम प्रभावित हुआ है, लेकिन उद्यमी स्थानीय साझेदारियों के जरिए परिस्थितियों के अनुसार ढल रहे हैं। उन्होंने शांति के समाधान की अपील की ताकि सामान्य जीवन वापस लौट सके।
युवा इनोवेटर्स के लिए एक संदेश देते हुए सेठ ने कहा कि चुनौतियाँ अवश्य आएंगी, लेकिन समस्याओं को पहचानना और समाधान के लिए प्रयास करना आखिरकार समाज और देश में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।
ज्ञात रहे कि इससे पहले पीएम मोदी ने रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम में मणिपुर के एक युवा एंटरप्रेन्योर मोइरांगथेम सेठ की कोशिशों का जिक्र किया, जिन्होंने राज्य के सैकड़ों घरों में सोलर पावर पहुँचाने में मदद की है।
सेठ के कार्यों का उल्लेख करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पहल ने दिखाया है कि कैसे स्थानीय समाधान दूरदराज के क्षेत्रों में बिजली की कमी जैसी पुरानी चुनौतियों का समाधान कर सकते हैं। उन्होंने कहा, "एक पुरानी कहावत है, 'जहां चाह, वहां राह।' मणिपुर के एक युवा ने अपने कार्य से यह साबित कर दिया है।"