क्या संघ का योगदान समझने के लिए शाखा में जाना जरूरी है? कपिल देव अग्रवाल का संजय सिंह को जवाब

सारांश
Key Takeaways
- संघ का इतिहास महत्वपूर्ण है और इसे समझने के लिए शाखा में जाना जरूरी है।
- संघ ने 100 वर्षों में अद्भुत योगदान दिया है।
- संघ ने समाज में परिवर्तन लाने का कार्य किया है।
- संघ की शाखाएं देशभक्ति की भावना को जागृत कर रही हैं।
- कपिल देव अग्रवाल ने संजीवनी के रूप में संघ का उल्लेख किया।
मुजफ्फरनगर, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के 100 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने संघ के इतिहास को लेकर प्रश्न उठाए। इस पर योगी सरकार के मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
मंत्री कपिल देव ने स्पष्ट किया कि संजय सिंह को संघ की वास्तविकता का ज्ञान नहीं है और यदि वे सच में संघ को समझना चाहते हैं, तो उन्हें संघ की शाखा में जाकर देखना चाहिए कि वहां चरित्र निर्माण और समाज सेवा कैसे होती है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष पूरे होने के अवसर पर देशभर में आरएसएस कार्यकर्ताओं द्वारा पथ संचलन और विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी बीच संजय सिंह ने अपने 'एक्स' हैंडल पर एक वीडियो जारी कर संघ के इतिहास पर सवाल उठाए थे।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मुजफ्फरनगर की सदर विधानसभा से विधायक और प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा, "संघ को केवल भाषण या आलोचना से नहीं, उसकी शाखा में जाकर ही समझा जा सकता है। वहां जाकर देखना आवश्यक है कि संघ कैसे व्यक्ति के चरित्र निर्माण, स्वास्थ्य संरक्षण और सामाजिक समरसता की दिशा में कार्य करता है। यह केवल नाटक करने से नहीं, शाखा में जाकर समझने से ही पता चलेगा कि संघ वास्तव में क्या है।"
मंत्री ने आगे कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष पूरे होना पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि संघ ने इन सौ वर्षों में व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण की दिशा में अद्भुत योगदान दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि अनेक संघर्षों और प्रतिबंधों के बावजूद संघ लगातार आगे बढ़ता गया और आज यह विश्व स्तर पर एक सम्मानित संगठन बन चुका है।
कपिल देव अग्रवाल ने उदाहरण देते हुए कहा कि कभी जेएनयू में 'भारत तेरे टुकड़े होंगे' जैसे नारे लगाए जाते थे, लेकिन अब संघ की प्रेरणा से वही परिसर 'भारत माता की जय' के नारों से गूंज रहा है। उन्होंने कहा कि यह परिवर्तन पूरे देश में स्पष्ट दिखाई दे रहा है। संघ ने परिवारों में संस्कार पहुंचाए हैं, देशभक्ति की भावना को मजबूत किया है और समाज में समरसता का भाव जगाया है।
मंत्री ने आगे कहा कि संघ की शाखाएं आज समाज में सकारात्मक परिवर्तन और देशभक्ति की भावना को जागृत करने का माध्यम बन चुकी हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग बिना समझे संघ पर सवाल उठाते हैं, उन्हें स्वयं शाखा में जाकर देखना चाहिए कि वहां व्यक्ति और राष्ट्र निर्माण का कार्य कैसे होता है।