क्या विपक्षी दलों की वोट चोरी पकड़ी गई है, इसलिए कर रहे हैं एसआईआर का विरोध?: रोहन गुप्ता
सारांश
Key Takeaways
- एसआईआर का उद्देश्य मतदाता सूची में सुधार करना है।
- विपक्ष का विरोध उनकी वोट चोरी के उजागर होने के कारण है।
- चुनाव आयोग की कार्यवाही पारदर्शिता के लिए आवश्यक है।
- रोहन गुप्ता ने आरोप लगाया कि विपक्षी दल अपनी हार के बाद विरोध कर रहे हैं।
- सभी दलों को एसआईआर का स्वागत करना चाहिए।
अहमदाबाद, 18 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। देश के 12 राज्यों में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। इस पर विपक्षी दलों का विरोध देखने को मिल रहा है। इसी क्रम में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता रोहन गुप्ता ने स्पष्ट किया कि विपक्षी दलों की वोट चोरी अब उजागर हो चुकी है, इसलिए वे विरोध कर रहे हैं।
भाजपा प्रवक्ता रोहन गुप्ता ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में विपक्षी दलों पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि जो राजनीतिक दल एसआईआर का विरोध कर रहे हैं, वे यह इसलिए कर रहे हैं क्योंकि अब वोटर लिस्ट में हुई गलतियों का लाभ उठाकर उनकी वोट चोरी संभव नहीं हो रही है।
रोहन गुप्ता ने कहा कि जो भी राजनीतिक दल एसआईआर का विरोध कर रहे हैं, उन्हें यह समझ आ गया है कि वोटर लिस्ट की गलतियों का फायदा उठाते हुए जो वोट चोरी हो रही थी, अब वह नहीं हो पा रही। इसीलिए, बिहार में 65 लाख वोटों को हटाया गया, लेकिन किसी भी पार्टी ने चुनाव आयोग में आपत्ति नहीं जताई। कोई यह सिद्ध नहीं कर पाया कि किसी सही नाम को हटाया गया है।
उन्होंने कहा कि जब तक चुनाव नहीं हुए, तब तक विपक्ष ने कोई सवाल नहीं उठाया, लेकिन विधानसभा चुनावों में हार के बाद विपक्षी दलों ने एसआईआर को मुद्दा बना लिया। रोहन गुप्ता ने कहा कि जब वे बुरी तरह हार गए, तो कहते हैं कि एसआईआर के माध्यम से वोट चोरी हुई है, जबकि वास्तविकता यह है कि आपकी वोट चोरी पकड़ी गई है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि एसआईआर का उद्देश्य पूरे देश में मतदाता सूची को पारदर्शी बनाना है। एसआईआर पूरे देश की मांग है। जिस राज्य में वोटर लिस्ट में जो भी गलतियां हैं, उन्हें सुधारना आवश्यक है। चुनाव आयोग पारदर्शिता के साथ कार्य कर रहा है, जो सराहनीय है। चुनावी प्रक्रिया में त्रुटियां खतरनाक होती हैं, इसलिए सभी को मिलकर एसआईआर का स्वागत करना चाहिए।
रोहन गुप्ता ने विपक्षी दलों को चेतावनी दी कि जितनी भी विपक्षी पार्टियां हैं, उनसे कहना चाहूंगा कि आप जितना इसका विरोध करेंगे, जनता उतनी ही आपके खिलाफ हो जाएगी। लोगों को आपकी वास्तविकता का पता चल चुका है।