क्या लखनऊ: शकुंतला मिश्रा यूनिवर्सिटी कैंपस के बैंक में देर रात आग लग गई?
सारांश
Key Takeaways
- शकुंतला मिश्रा विश्वविद्यालय परिसर में आग लगने की घटना हुई।
- फायर ब्रिगेड ने समय पर कार्रवाई की और आग को नियंत्रित किया।
- बैंक का नकद सुरक्षित था, जिससे बड़ा नुकसान टला।
- आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट हो सकता है।
- बैंक परिसर को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
लखनऊ, 26 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मोहन रोड पर स्थित शकुंतला मिश्रा विश्वविद्यालय के परिसर में मंगलवार की मध्य रात्रि बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा में आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। रात के गहरे सन्नाटे में अचानक लपटों और धुएं को देखकर आस-पास के लोगों ने तुरंत फायर स्टेशन को सूचित किया।
कुछ ही समय में आलमबाग फायर स्टेशन की टीम घटनास्थल पर पहुंची और तुरंत राहत-बचाव कार्य शुरू किया।
हालांकि, बैंक के अंदर धुआं तेजी से फैल रहा था, लेकिन मुख्य दरवाजा बंद होने के कारण फायर ब्रिगेड को अंदर जाने में कठिनाई का सामना करना पड़ा। समय की कोई बर्बादी न करते हुए, टीम ने खिड़की को तोड़कर परिसर में प्रवेश किया और आग को नियंत्रित करने का प्रयास शुरू किया। फायर कर्मियों की त्वरित कार्रवाई और समझदारी के कारण कुछ ही समय में स्थिति नियंत्रण में आ गई।
इस बीच, बैंक के कर्मचारी भी घटनास्थल पर पहुंचे और मुख्य दरवाजे का ताला खोला। अंदर जाकर टीम ने यह सुनिश्चित किया कि आग बैंक के संवेदनशील क्षेत्रों तक न पहुंची हो।
शाखा प्रबंधक ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को बताया कि बैंक का सारा नकद पहले ही करेंसी चेस्ट में जमा किया जा चुका था। यह महत्वपूर्ण था कि आग की लपटें करेंसी चेस्ट वाले हिस्से तक नहीं पहुंची, जिससे बैंक को बड़े वित्तीय नुकसान से बचा लिया गया।
फायर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आग लगने का वास्तविक कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। प्राथमिक तौर पर यह माना जा रहा है कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी, लेकिन असली कारणों की जांच जारी है। बैंक प्रबंधन और पुलिस टीम ने भी परिसर का मुआयना किया और आग से हुए नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है।
इस घटना के बाद बैंक परिसर को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है और सुरक्षा के दृष्टिकोण से विद्युत प्रणाली की तकनीकी जांच की जा रही है।