क्या मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के बीच पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हुआ एमओयू?

सारांश
Key Takeaways
- पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एमओयू
- सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करना
- निवेश के नए अवसर
- पर्यटन क्रांति की दिशा में कदम
- प्रमुख धार्मिक स्थलों का एकीकरण
लखनऊ, 26 जून (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशा-निर्देशों और मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश में अधोसंरचना विकास, पारंपरिक संस्कृति का संरक्षण और प्रोत्साहन के लिए सुनियोजित एवं एकीकृत प्रयास किए जा रहे हैं। इन प्रयासों के चलते, मध्य प्रदेश अब पर्यटन के क्षेत्र में असीम संभावनाओं और निवेश का एक आकर्षक स्थल बन गया है।
उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने लखनऊ के होटल ताज महल में पर्यटन रोड शो के दौरान पर्यटन व्यवसायियों, टूर ऑपरेटर्स, ट्रैवल एजेंट्स और होटल व्यवसाय से जुड़े हितधारकों को संबोधित किया।
उपमुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में तीव्र गति से विकास तीन क्रांतियों के माध्यम से होता है: औद्योगिक क्रांति, हरित क्रांति और पर्यटन क्रांति। इन तीनों क्रांतियों से स्वरोजगार और रोजगार के अवसर सृजित होते हैं। मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश को इन तीनों क्रांतियों के लिए सबसे उपयुक्त राज्य माना जाता है।
उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश का सांस्कृतिक संबंध बहुत गहरा है। हमारे रीति-रिवाज, त्योहार, खानपान और रिश्ते एक समान हैं। मां गंगा से मां नर्मदा तक की यात्रा न केवल पर्यटकों के लिए सुखद अनुभव प्रदान करेगी, बल्कि दोनों राज्यों के बीच संबंधों को भी मजबूत करेगी।
धर्मेंद्र सिंह लोधी, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने कहा कि पर्यटन किसी भी राष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक विकास का मुख्य आधार है। आज, पर्यटन वैश्विक अर्थव्यवस्था में सबसे तेजी से बढ़ने वाले उद्योगों में से एक है। मुख्यमंत्री यादव के नेतृत्व में पर्यटन अधोसंरचनाओं का निर्माण और सुविधाओं का विकास निरंतर किया जा रहा है। मध्य प्रदेश अपनी प्राकृतिक, ऐतिहासिक, पुरातात्विक, सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है।
राज्य मंत्री लोधी ने मध्य प्रदेश की पर्यटन नीति और निवेश के अवसरों पर चर्चा करते हुए सभी से मध्य प्रदेश आने और यहां पर्यटन व्यवसाय को बढ़ावा देने की अपील की।
प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति और मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से मध्य प्रदेश भारत का एक समृद्ध और विविधतापूर्ण राज्य है। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के पर्यटन में काफी समानताएं हैं। बाबा महाकाल और बाबा काशी विश्वनाथ दुनिया भर के श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं। इन दोनों ज्योर्तिलिंगों को जोड़ने के लिए काशी विश्वनाथ महाकाल एक्सप्रेस चलती है। गंगा और नर्मदा पर्यटन कॉरिडोर की प्रस्तावित परियोजना के अंतर्गत मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों को एक साथ जोड़ा जाएगा। इस गलियारे में प्रयागराज, अयोध्या, वाराणसी, ओंकारेश्वर और महाकालेश्वर शामिल होंगे, जिससे दोनों राज्यों के बीच पर्यटन सहयोग को प्रोत्साहन मिलेगा और पर्यटकों को एक समृद्ध और विविध अनुभव प्राप्त होगा।
मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के पर्यटन व्यवसायियों, टूर ऑपरेटर्स, ट्रैवल एजेंट्स और होटल व्यवसाय से जुड़े हितधारकों के बीच सहयोग और साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा यह पर्यटन रोड शो आयोजित किया गया। यह रोड शो आगामी मध्य प्रदेश ट्रैवल मार्ट और रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव की तैयारियों के दृष्टिगत किया गया।