क्या महाराष्ट्र में फर्जी करेंसी रैकेट का पर्दाफाश हुआ है? 60 लाख के नोट जब्त

सारांश
Key Takeaways
- फर्जी करेंसी रैकेट का भंडाफोड़
- 60 लाख के नकली नोट जब्त
- 7 संदिग्ध गिरफ्तार
- पुलिस की सक्रियता
- समाज में जागरूकता की आवश्यकता
अहिल्यानगर, 1 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के अहिल्यानगर नगर पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई में नकली नोटों की एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने 60 लाख रुपए के नकली नोट जब्त किए हैं और इस मामले में 7 लोगों को हिरासत में लिया है।
अहिल्यानगर तालुका पुलिस ने यह कार्रवाई छत्रपति संभाजीनगर में की है, जहाँ नकली नोट छापने का काम चल रहा था। पुलिस की कार्रवाई में 500 रुपए के करेंसी नोट के 60 लाख रुपए के नकली नोट और 2 करोड़ 16 लाख रुपए के नोट छापने के लिए इस्तेमाल होने वाले कागज बरामद किए गए हैं। इसके अलावा, 88 लाख रुपए मूल्य का अन्य सामान भी जब्त किया गया है।
पुलिस को सूचना मिली थी कि नगर तालुका क्षेत्र में दो युवक एक पान की दुकान पर 500 रुपए के नकली नोट देकर 100 रुपए की सिगरेट खरीदते थे और बाकी 400 रुपए लेकर चले जाते थे। इस जानकारी के आधार पर पुलिस निरीक्षक प्रल्हाद गीते की टीम ने निखिल गांगुर्डे और सोमनाथ शिंदे को हिरासत में लिया। तलाशी के दौरान उनके पास से 80 हजार रुपए के नकली नोट बरामद किए गए।
एसपी सोमनाथ घार्गे ने बताया कि पुलिस निरीक्षक प्रल्हाद गीते को उन युवकों के बारे में जानकारी मिली थी, जो एक पान की दुकान पर जाकर नकली नोट चलाते थे। इस सूचना के बाद दोनों युवकों को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में पता चला कि इस गिरोह में और भी लोग शामिल हैं।
उन्होंने कहा, "पुलिस पूछताछ में दोनों ने बताया कि छत्रपति संभाजीनगर में नकली नोट छापने वाली फैक्ट्री चल रही है। पुलिस ने तुरंत वहाँ छापा मारकर प्रिंटर, स्कैनर, रंग, कटर और अन्य सामान जब्त किया। फैक्ट्री से 60 लाख रुपए के नकली नोट और 2 करोड़ 16 लाख रुपए के नोट छापने वाले कागज भी बरामद किए हैं।"
एसपी ने बताया कि फैक्ट्री से 88 लाख रुपए मूल्य का अन्य सामान भी जब्त किया गया है। साथ ही मामले का भंडाफोड़ करते हुए 7 लोगों को हिरासत में लिया गया है।