क्या महाराष्ट्र में मोनोरेल में फंसे यात्री सुरक्षित होंगे? सीएम फडणवीस का क्या कहना है?

सारांश
Key Takeaways
- मुंबई में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है।
- मोनोरेल ट्रेन तकनीकी खराबी के कारण फंसी है।
- मुख्यमंत्री ने यात्रियों की सुरक्षा की प्राथमिकता बताई।
- धैर्य बनाए रखने की अपील की गई।
- बचाव कार्य जारी है।
मुंबई, 19 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में मंगलवार को हुई भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया। इसी बीच, चेंबूर और भक्ति पार्क स्टेशनों के बीच एक मोनोरेल ट्रेन तकनीकी खराबी के कारण बीच रास्ते में फंस गई।
इस ट्रेन में लगभग 200 यात्री सवार थे, जो घंटों तक इस ट्रेन में फंसे रहे।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी देते हुए बताया, "तकनीकी कारणों से मोनोरेल चेंबूर और भक्ति पार्क के बीच फंस गई है। एमएमआरडीए, फायर ब्रिगेड और मुंबई महानगर पालिका की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं। हमारी पहली प्राथमिकता सभी यात्रियों की सुरक्षा है।"
उन्होंने कहा कि किसी को घबराने की जरूरत नहीं है और सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा। साथ ही, उन्होंने लोगों से धैर्य रखने की अपील की। फडणवीस ने यह भी बताया कि वह लगातार एमएमआरडीए कमिश्नर, मुन्सिपल कमिश्नर, पुलिस और अन्य एजेंसियों के संपर्क में हैं।
उन्होंने कहा, "मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि धैर्य बनाए रखें। इस घटना की जांच कराई जाएगी कि आखिर ऐसा क्यों हुआ।"
मुंबई में बीते 24 घंटे में रिकॉर्ड बारिश हुई है। इसके चलते कई स्थानों पर जलभराव, लोकल ट्रेनों की रुकावट और भारी ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में मोनोरेल के फंसने की घटना ने यात्रियों की परेशानी और बढ़ा दी है।
फिलहाल, चेंबूर और भक्ति पार्क के बीच मोनोरेल सेवा ठप होने के बाद अधिकारी बचाव अभियान चला रहे हैं।
बता दें कि मुंबई और आसपास के इलाकों में हुई भारी बारिश और नालासोपारा से वसई रोड स्टेशन के बीच जलजमाव के कारण पश्चिम रेलवे की दो ट्रेनों को मंगलवार को रद्द करना पड़ा। रद्द की गई ट्रेनों में 59023 मुंबई सेंट्रल-वलसाड फास्ट पैसेंजर और 59040 वापी-मुंबई सेंट्रल पैसेंजर शामिल हैं।