क्या मणिपुर में हथियार-गोला बारूद के साथ करोड़ों रुपए की ड्रग्स बरामद हुई?

Click to start listening
क्या मणिपुर में हथियार-गोला बारूद के साथ करोड़ों रुपए की ड्रग्स बरामद हुई?

सारांश

मणिपुर में सुरक्षाबलों ने एक बड़े ड्रग्स रैकेट का पर्दाफाश किया है, जिसमें करोड़ों रुपए की नशीली पदार्थ बरामद की गई हैं। यह रैकेट सीमापार से संचालित हो रहा था, और असम राइफल्स ने इस अभियान में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। जानिए इस कार्रवाई के पीछे की कहानी और इसके प्रभाव।

Key Takeaways

  • मणिपुर में भारी मात्रा में नशीले पदार्थ पकड़े गए।
  • असम राइफल्स ने संयुक्त अभियान चलाया।
  • ड्रग्स सिंडिकेट का संचालन सीमापार से हो रहा था।
  • अवैध हथियारों की भी बड़ी खेप बरामद हुई।
  • यह कार्रवाई नशे की तस्करी पर रोकथाम में महत्वपूर्ण है।

नई दिल्ली, 3 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। सैन्य बलों ने मणिपुर में चलने वाले एक विशाल ड्रग्स रैकेट का खुलासा किया है। यह ड्रग्स सिंडिकेट सीमापार से संचालित हो रहा था और मणिपुर में खतरनाक ड्रग्स को धरती के नीचे छिपाकर इस अवैध काम को अंजाम दे रहा था। सैन्य बलों ने इस ड्रग्स सिंडिकेट के उद्देश्यों को विफल करते हुए मणिपुर में लगभग 7 करोड़ रुपए के नशीले पदार्थ जब्त किए हैं। असम राइफल्स के अनुसार, यह कार्रवाई भारत-म्यांमार सीमा के निकट की गई है।

यह ध्यान देने योग्य है कि हाल ही में खुफिया सूचनाओं के आधार पर सेना ने मणिपुर में अवैध हथियारों की एक बड़ी खेप भी बरामद की थी। असम राइफल्स के अनुसार, उन्होंने यह कार्रवाई नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के साथ मिलकर एक संयुक्त अभियान के दौरान की थी। इस संयुक्त कार्रवाई में मणिपुर के चंदेल जिले में सुरक्षा बल पहुंचे, जहां चंदेल जिले के साजिक ताम्पाक क्षेत्र में दबिश दी गई।

असम राइफल्स के अनुसार, यह क्षेत्र भारत-म्यांमार सीमा के निकट है। यहां से सुरक्षाबलों ने भारी मात्रा में नशीले पदार्थों का भंडार पकड़ा। सुरक्षाबलों ने कुल 138.5 किलोग्राम अफीम बरामद की, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत लगभग 6.9 करोड़ रुपए आंकी गई है।

सूत्रों के अनुसार, यह अफीम अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करों द्वारा अवैध रूप से लाई गई थी। सीमा पार के ड्रग्स सिंडिकेट इस पूरे रैकेट में शामिल बताए जा रहे हैं। सीमा पार के इन गिरोहों द्वारा ड्रग्स को जमीन के नीचे छिपाया गया था। बरामद नशीले पदार्थों को इम्फाल स्थित नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के सुपुर्द कर दिया गया है। असम राइफल्स का कहना है कि अब इस मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ही आगे की कानूनी कार्रवाई करेगा। असम राइफल्स की यह कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय सीमा से होने वाली नशे की तस्करी पर एक महत्वपूर्ण प्रहार है, साथ ही अवैध हथियारों की गतिविधियों पर रोकथाम की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।

यह उल्लेखनीय है कि इसी सप्ताह सैन्य बलों ने मणिपुर के विभिन्न क्षेत्रों में उग्रवादियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। सैन्य कार्रवाई में तीन उग्रवादी कैडर को गिरफ्तार किया गया और भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और नशीले पदार्थ बरामद किए गए हैं। इसमें 53 अवैध हथियार शामिल हैं, साथ ही सात आईईडी, ड्रग्स और अन्य युद्ध-संबंधी गोला-बारूद भी बरामद किया गया है। संयुक्त अभियान में मोर्टार, इंसास राइफल, कार्बाइन, पिस्टल, ग्रेनेड और बुलेटप्रूफ कवर बरामद हुए हैं। साथ ही 110 राउंड एके-47, 16 राउंड एलएमजी, और सैन्य वर्दी भी जब्त की गई है।

Point of View

मैं मानता हूं कि यह कार्रवाई न केवल मणिपुर में बल्कि पूरे देश में नशे की तस्करी और अवैध हथियारों की गतिविधियों पर नियंत्रण करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमें इस प्रकार की घटनाओं के प्रति सतर्क रहना चाहिए और सुरक्षा बलों का समर्थन करना चाहिए।
NationPress
03/09/2025

Frequently Asked Questions

मणिपुर में ड्रग्स रैकेट का पर्दाफाश कब हुआ?
यह कार्रवाई 3 सितंबर 2023 को की गई थी।
असम राइफल्स ने कितने नशीले पदार्थ बरामद किए?
असम राइफल्स ने लगभग 7 करोड़ रुपए के नशीले पदार्थ जब्त किए हैं।
ड्रग्स सिंडिकेट का संचालन किसने किया?
यह ड्रग्स सिंडिकेट सीमापार से संचालित हो रहा था।
संयुक्त अभियान में किसने भाग लिया?
असम राइफल्स ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के साथ मिलकर यह अभियान चलाया।
क्या इस कार्रवाई में हथियार भी बरामद हुए?
हाँ, इस कार्रवाई में 53 अवैध हथियार भी बरामद किए गए हैं।